चरमपंथी मंदिर के गर्भगृह में भी घुस गए और वहाँ कपड़े रखने की अलमारी और वसंत मंडप को नुकसान पहुँचाया। इसी दौरान उन्होंने मंदिर के शिवलिंग को भी तोड़ दिया।
मंदिर की दीवालों पर लगे चित्रों को उखाड़ कर जमीन में पटक दिया गया। मंदिर में पूजा-पाठ और अन्य उपयोगी साजोसामान को एक जगह ला कर बड़े बेढंगे तरीके से फेंक दिया गया है।