अतीकुर्रहमान, आलम, सिद्दीक कप्पन और मसूद अहमद के पास गिरफ्तारी के दौरान 6 स्मार्टफोन, एक लैपटॉप व 'जस्टिस फॉर हाथरस' नाम के पैम्फ़्लिट पाए गए थे और ये लोग शांति भंग करने के लिए हाथरस जा रहे थे।
ईडी की रिपोर्ट का हवाला देकर बताया जा रहा है कि इस कांड के बहाने जातीय दंगा फैलाने के लिए पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के पास मॉरिशस से 50 करोड़ रुपए आए थे।
दिल्ली से उत्तर प्रदेश के हाथरस जाते हुए 4 संदिग्ध लोगों को मथुरा पुलिस ने कल गिरफ्तार किया। पड़ताल में पता चला कि इनके लिंक पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (CFI) से हैं।
डीसीपी अमित शर्मा और एसीपी अनुज शर्मा अन्य दो कॉन्सटेबल के साथ बातचीत करने गए और रोड को ब्लॉक होने से रोकने का प्रयास किया। इस बीच भीड़ आक्रामक हो गई और उनकी संख्या 20 हजार से 30 हजार पहुँच गई।