मोहन जी ने दावा किया था, "मैंने सुना था कि पुरुषों में नपुंसकता लाने वाली दवा पंचामृतम में मिलाई गई थी। इस खबर को छिपाया गया और उस पंचामृतम को नष्ट कर दिया गया।"
मुश्ताक ने कहा कि उन्हें मंदिर से बहुत समस्या हैं। वह हिंदुओं को पूजा करते हुए मंदिर में नहीं देख सकते। अगर उनके इलाके में ये बना तो वो लोग उसे जला देंगे।