द वायर के माध्यम से सुनीता विश्वनाथ द्वारा प्रस्तुत उदाहरण न केवल त्रुटिपूर्ण है, बल्कि भ्रामक भी है, क्योंकि इसमें हिंदुओं से एक आतंकवादी संगठन पर हमले की तुलना पांडवों और भगवान कृष्ण के कष्टों से करते हुए उसे समर्थन देने के लिए कहा गया है।
ब्रिटेन के चुनाव प्रचार के दौरान वो लेबर पार्टी के सांसद जॉन एशवर्थ से भी भिड़ा था। एशवर्थ ने फिलिस्तीन का समर्थन करने वालों पर सवाल उठाए थे, जिसके बाद माजिद ने उनका तीखा विरोध किया था।
जेएनयू के प्रोफेसर और राजनीतिक विश्लेषक आनंद रंगनाथन ने कश्मीर समस्या को सुलझाने के लिए 'इजरायल जैसे समाधान' की बात कही थी, जिसके बाद से वो लगातार इस्लामिक कट्टरपंथियों के निशाने पर हैं।