मुश्ताक ने कहा कि उन्हें मंदिर से बहुत समस्या हैं। वह हिंदुओं को पूजा करते हुए मंदिर में नहीं देख सकते। अगर उनके इलाके में ये बना तो वो लोग उसे जला देंगे।
एक 72 वर्षीय महिला ने बताया कि वो जन्म से यहीं रह रही हैं। उन्होंने बताया कि जब से उन्हें बताया गया है कि ये जमीनें वक्फ बोर्ड की हैं तब से सभी ग्रामीण डरे हुए हैं।