सिंधु और उसकी सहायक नदियाँ रावी, व्यास, चिनाब और सतलुज के पानी का फायदा जम्मू-कश्मीर के अलावा हरियाणा, पंजाब और राजस्थान को भी मिलेगा। मोदी सरकार का एक्शन प्लान तैयार
भारतीय सिंधु जल आयोग के आयुक्त पीके सक्सेना ने कहा कि हिंदुस्तान-पाकिस्तान के बीच 1989 में पहली बार हुए और सालाना तौर पर नवीनीकृत होने वाले इस बाबत समझौते को हिंदुस्तान ने और आगे न बढ़ाने का निश्चय किया है।