कोलकाता में गैगरेप मामले में भारतीय जनता पार्टी के नेता अमित मालवीय ने कोलकाता पुलिस आयुक्त विनित गोयल पर सवाल उठाए हैं। विनित गोयल पर इससे पहले कामदुनी केस में भी सवाल उठे थे।
प्रदर्शनकारियों में से निकली भीड़ ने घटनास्थल यानी सेमीनार हाल में तोड़फोड़ की कोशिश की, लेकिन जब वो तीसरी मंजिल पर पहुँचने में सफल नहीं हुए, तो उन्होंने दूसरे फ्लोर को बर्बाद कर डाला।
कोलकाता पुलिस का कहना है कि क्राइम सीन सेमीनार रूम है जिसे छुआ भी नहीं गया है। झूठी खबरें फैलानी की जरूरत नहीं है। कोलकाता पुलिस कानूनी कार्रवाई करेगी।
पीड़ित परिवार ने कहा कि उन्हें अस्पताल के बाहर ही रोके रखा गया और सिर्फ पिता को ही तीन घंटे बाद अंदर ले जाया गया, जहाँ उन्हें एक सिर्फ तस्वीर ही खींचने दी गई।
हाई कोर्ट ने कहा कि प्रिंसिपल से पूछताछ की जानी चाहिए, साथ ही सवाल भी उठाया कि कैसे उन्हें दूसरे मेडिकल कॉलेज में वही पद दे दिया गया, जबकि उन्होंने इस्तीफा दिया है।
रिपोर्ट में कहा गया है, "उसकी दोनों आँखों और मुँह से खून बह रहा था, चेहरे और नाखून पर चोटें थीं। पीड़िता के निजी अंगों से भी खून बह रहा था। उसके पेट, बाएँ पैर…गर्दन, दाएँ हाथ और…होंठों पर भी चोटें थीं।"