सांपला ने आगे कहा कि बंगाल में दलितों के खिलाफ हिंसा के 1627 मामले सामने आए हैं। इनमें से करीब 10-12 मामले रेप से संबंधित हैं। इसके अलावा 15 से 20 लोगों की हत्या के मामले भी सामने आए हैं।
कलकत्ता हाईकोर्ट में राज्य की ओर से जवाब देते हुए महाधिवक्ता किशोर दत्ता ने कहा कि उनकी रिपोर्ट के अनुसार राज्य में 09 मई के बाद से कोई चुनाव बाद हिंसा नहीं हुई है।
शुभेंदु अधिकारी ने सीतलकुची मामले पर कहा कि यह CID के दायरे में नहीं आता है, क्योंकि CRPF और CISF गृह मंत्रालय के अंतर्गत आता है। CID ममता बनर्जी और TMC के निर्देश पर काम कर रही है।
नाइजीरिया, ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न, जॉर्जिया के अटलांटा और टेक्सास के ह्यूस्टन में भी पश्चिम बंगाल में तृणमूल कॉन्ग्रेस द्वारा समर्थित हिंसा के खिलाफ प्रवासी भारतीयों ने किया विरोध प्रदर्शन।