वीडियो में देख सकते हैं कि हिंदुओं के सिर पर मुक्के मारे जा रहे हैं और उन्हें लाठी से पीटा जा रहा है। कुछ पुलिस अधिकारी हिंदुओं को बचाने की बजाय उन्हीं पर आगे बढ़कर हमले कर रहे हैं।
70 साल के विनोद मिश्रा उस इस्लामी भीड़ की हिंसा के पीड़ित हैं, जिसने रामगोपाल मिश्रा की हत्या की। लेकिन बहराइच पुलिस उन जैसे चश्मदीदों के कहे की जाँच करने की जगह मीडिया संस्थानों को धमकाने पर उतारू है।
विसर्जन जुलूस में चाकूबाजी करने के बाद मुस्लिम भाग गए। हिन्दुओं ने यहाँ इसके बाद प्रदर्शन करना चालू किया और आरोपित की गिरफ्तारी की माँग की। हिन्दुओं ने अंगूर आलम नाम और उसके साथियों पर हिंसा करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।