जवाहरलाल नेहरू चाहते थे डॉ राजेंद्र प्रसाद सोमनाथ मंदिर का उद्घाटन करने न जाएँ। 'हिन्दू कोड बिल' पर डॉ प्रसाद ने उन्हें खरी-खरी सुनाई थी। उनके अंतिम दिनों में उनका ख्याल नहीं रखा गया।
सरदार पटेल के निधन के बाद पीएम नेहरू ने राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद को उनके अंतिम संस्कार में जाने से मना किया था। वो सरदार पटेल को सिर्फ एक साधारण मंत्री समझते थे।
जयशंकर ने तो केवल पटेल का नाम लिया है। फेहरिस्त लंबी है जिन्हें नेहरू पसंद नहीं करते थे। कथित इतिहासकार गुहा से लेकर कॉन्ग्रेसी-वामपंथी इन ऐतिहासिक तथ्यों को झुठला नहीं सकते।
अपने पत्र में डॉ प्रसाद ने नेहरू को अलोकतांत्रिक व्यक्ति बताया। नेहरू के पास पत्र भेजने से पहले राजेंद्र प्रसाद ने यह पत्र सरदार पटेल को दिखाया। पटेल ने डॉ प्रसाद को गुस्सा करने के बजाय पार्टी में अपनी बात रखने के लिए कहा।