टॉयलेट, बाथरूम, रेस्ट रूम, किचन, कपड़े धोने और सुखाने, रोजाना खाना पकाने और भोजन की खपत के साथ ही मदरसे को मस्जिद से अलग करने के निर्माण से प्राचीन स्मारक की जटिल नक्काशी को नुकसान पहुँच रहा है।
सीएम सिद्धारमैया ने ये सब देख कहा था कि वो किसी के प्रदर्शन करने से बिलकुल नाराज नहीं हैं। लेकिन अगर किसी ने कानून अपने हाथ में लिया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बेंगलुरु में उपद्रवियों ने कई दुकानों के बोर्ड कन्नड़ में ना होने के कारण उन्हें तोड़ दिया और खूब उत्पात मचाया गया। छोटी दुकानों और बड़े ब्रांड्स - सब बने निशाना।