‘भगवान विश्वेश्वर प्रकट हुए हैं, उनका स्नान, शृंगार, पूजा हमारा कर्तव्य’: स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने 4 जून को ज्ञानवापी में शिवलिंग पूजन का किया ऐलान
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा है कि शिव ही इकलौते देवता हैं, जो गंगा को अपने सिर पर धारण कर करते हैं।