केरल नन रेप मामले में बिशप फ्रैंको मुलक्कल को बचाने की कोशिश् करने के आरोप राज्य की वामपंथी सरकार और प्रशासन पर पहले भी लगते रहे हैं। अब जो खबर सामने आई है उससे इस तरह के आरोपों को बल मिलता है। मीडिया की खबरों के मुताबिक आरोपित बिशप को नोटिस जारी करने के बाद केरल पुलिस के एक अधिकारी का तत्काल तबादल कर दिया गया।
19 अक्टूबर को पीड़िता ने मलयालम यूट्यूब चैनल क्रिश्चियन टाइम्स के ख़िलाफ़ कुराविलंगद पुलिस स्टेशन में शिक़ायत दर्ज कराई थी। उसने आरोप लगाया था कि बिशप फ्रैंको के इशारे पर चैनल उन्हें परेशान कर रहा है। कुराविलंगद पुलिस ने इस मामले का जाँच वैकोम पुलिस को सौंप दी थी।
वैकोम पुलिस स्टेशन के सब इंस्पेक्टर मोहनदास ने फ्रैंको को एक नोटिस जारी कर पूछा कि पीड़िता की शिक़ायत पर क्यों नहीं उनकी ज़मानत रद्द कर दी जाए। द न्यूज़ मिनट ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि बुधवार को नोटिस जारी करने के बाद, पुलिस अधिकारी का तबादला कोट्टायम अपराध शाखा में कर दिया गया।
सूत्रों के अनुसार,
“चैनल क्रिश्चियन टाइम्स ने पीड़िता और उनका समर्थन करने वाली अन्य नन के ख़िलाफ़ कई वीडियो जारी किए हैं। इस तरह के वीडियो के ज़रिए मामले की जाँच कर रहे अधिकारियों को भी निशाना बनाया जाता है। यह अदालत और क़ानून पर सवाल उठाने वाला क़दम लगता है। पुलिस अधिकारी का तबादला शायद अदालत में उसकी पेश रोकने के लिए किया गया है। मामले की सुनवाई 11 नवंबर से शुरू होने वाली है।”
पीड़ित नन ने राज्य और राष्ट्रीय महिला आयोग के साथ-साथ राज्य मानवाधिकार आयोग को भी लिखा था कि YouTube चैनल उसे और उनका साथ देने वाली कुराविलंगद कॉन्वेंट की अन्य नन को निशाना बनाकर परेशान कर रहा है।
पत्र में पीड़िता ने लिखा, “बिशप फ्रैंको के ख़िलाफ़ शिक़ायत दर्ज करने के बाद, क्रिश्चियन टाइम्स नामक एक यूट्यूब चैनल लगातार मुझे और मेरी साथी बहनों को बदनाम कर रहा है। हमें संदेह है कि चैनल बिशप फ्रैंको और उनके साथी कार्यकर्ताओं द्वारा चलाया जाता है।”
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष एमसी जोसेफीन ने कहा है कि आयोग सोशल मीडिया के माध्यम से पीड़िता और साथी ननों को अपमानित करने वालों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई करेगा। जोसेफिन ने कहा, “महिला आयोग ने इस मुद्दे पर एक मामला दर्ज कर लिया है। आयोग ने राज्य के पुलिस प्रमुख और साइबर पुलिस को 10 दिनों के भीतर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।”
पीड़िता नन ने बिशप फ्रैंको के ख़िलाफ़ 27 जून, 2018 को कुराविलंगद पुलिस स्टेशन में शिक़ायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया गया था कि फ्रैंको ने 2014 और 2016 के बीच 13 बार उनका बलात्कार किया।