दिल्ली पुलिस ने इस वर्ष 261 लोगों को पटाखे फोड़ने व बेचने के आरोप में गिरफ़्तार किया। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर दिल्ली में दिवाली पर एक निश्चित समय तक ही पटाखे फोड़ने की अनुमति थी। साथ ही पटाखे बेचने पर भी बंदिश है। दिल्ली पुलिस ने दीपावली के दिन लगातार गश्त जारी रखा और इस दौरान महिला दस्ते को भी पेट्रोलिंग पर लगाया गया था। आधिकारिक जानकारी के अनुसार, इस दीपावली कुल 261 लोगों को पटाखों का प्रयोग करने के कारण गिरफ़्तार किया गया।
इनमें से 166 लोगों को पटाखे फोड़ने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया। दीपावली के दिन ही 44 लोगों को पटाखे बेचने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया। उन पर इंडियन एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है। 51 अन्य लोगों को भी पटाखों का प्रयोग करने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया। इन सभी के ख़िलाफ़ कुल 433 केस दर्ज किए गए। हालाँकि, ये सभी आँकड़े 2018 से काफ़ी कम रहे। अधिकारियों ने इसका श्रेय दिल्ली पुलिस की लगातार गश्ती को दिया है।
पुलिस के कण्ट्रोल रूम में 940 लोगों ने कॉल कर अपने इलाक़े में पटाखे फोड़े जाने की शिकायत की। दीपावली के दिन तक कुल 10,000 किलो पटाखे जब्त किए जा चुके थे। दीपावली के दिन ही अकेले 3,765 किलो प्रतिबंधित पटाखे जब्त किए गए। इनमें से 1,320 किलो पटाखे पूर्वी दिल्ली के ज्योति नगर स्थित एक जनरल स्टोर से जब्त किए गए। पिछले वर्ष इन्हीं मामलों में पुलिस ने 310 लोगों को गिरफ़्तार किया था और कुल 562 केस दर्ज किए थे।
पिछले वर्ष जिन लोगों को पटाखे बेचने व फोड़ने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया था, उनमें से कई अभी भी अदालतों के चक्कर लगा रहे हैं। इस बार सबसे ज्यादा 52 लोगों को नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली से गिरफ़्तार किया गया। इन लोगों पर 2,000 रुपए जुर्माना और 2 वर्ष की जेल हो सकती है। कुछ मामलों में दोनों ही सज़ाएँ दी जा सकती हैं। वहीं दिल्ली पुलिस प्रमुख ने रात में तैनात पुलिसकर्मियों के बीच मिठाइयाँ वितरित की। दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता ने उक्त जानकारियाँ दी।