Monday, November 25, 2024
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PM मोदी ने देखा इसरो का गगनयान, देश को ‘गगनवीरों’ से मिलवाया: कहा- टाइम भी हमारा, काउंटडाउन भी हमारा और रॉकेट भी हमारा

पीएम मोदी ने अंतरिक्ष यात्रियों के नाम की घोषणा करते हुए कहा कि ये सिर्फ 4 नाम और 4 इंसान नहीं हैं, ये 140 करोड़ लोगों की आकांक्षा स्पेस में ले जाने वाली 4 शक्तियाँ हैं। 40 वर्ष के बाद कोई भारतीय अंतरिक्ष में जाने वाला है। लेकिन इस बार टाइम भी हमारा है, काउंटडाउन भी हमारा है और रॉकेट भी हमारा है।

इसरो के गगनयान मिशन के लिए आज (27 फरवरी 2024) आखिरकार उन चार अंतरिक्ष यात्रियों के नाम का ऐलान हो गया जो मानव अंतरिक्ष उड़ान के लिए प्रशिक्षण ले रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को गगनयान देखने के बाद इन चारों अंतरिक्ष यात्रियों को विंग्स देकर इनके नामों की घोषणा की।

पीएम नरेंद्र मोदी ने विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र में बताया कि ग्रुप कैप्टन प्रशांत नायर, ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन, ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप और विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला, गगनयान मिशन के लिए चुने गए अंतरिक्ष यात्री हैं।

पीएम ने कहा, “ये सिर्फ 4 नाम और 4 इंसान नहीं हैं, ये 140 करोड़ लोगों की आकांक्षा स्पेस में ले जाने वाली 4 शक्तियाँ हैं। 40 वर्ष के बाद कोई भारतीय अंतरिक्ष में जाने वाला है। लेकिन इस बार टाइम भी हमारा है, काउंटडाउन भी हमारा है और रॉकेट भी हमारा है।”

पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें गर्व और खुशी है कि गगनयान मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन में उपयोग किए जाने वाले अधिकांश पुरजे़ भारत में बने हैं। उन्होंने मीडियाकर्मियों से भी कहा कि वो इन चारों हीरों की तैयारी में बाधा न बनें, उन्हें भ्रमित न करें। उन्हें उनके फोकस से काम करने दें। उनका सपना सिर्फ हाथ में तिरंगा, अंतरिक्ष और 140 करोड़ देशवासियों का सपना ही सिर्फ फोकस में होना चाहिए।

पीएम ने कहा कहा, “हमारे स्पेस सेक्टर में महिला सशक्तिकरण को बहुत महत्व दिया जा रहा है। चंद्रयान हो या गगनयान, महिला वैज्ञानिकों के बिना ऐसे किसी भी मिशन की कल्पना भी नहीं की जा सकती।” उन्होंने कहा- 21वीं सदी का भारत, विकसित होता हुआ भारत, आज दुनिया को अपने सामर्थ्य से चौंका रहा है। पिछले 10 वर्षों में हमने लगभग 400 सेटेलाइट लॉन्च किए हैं, जबकि इससे पहले के 10 वर्षों में मात्र 33 सेटेलाइट लॉन्च किए गए थे।

बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने तिरुवनंतपुरम के पास थुंबा में विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र के दौरे में इसरो की तीन प्रमुख अंतरिक्ष बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं (वीएसएससी में एक ‘ट्राइसोनिक विंड टनल’, तमिलनाडु के महेंद्रगिरि में इसरो प्रोपल्शन कॉम्प्लेक्स में सेमी-क्रायोजेनिक इंटीग्रेटेड इंजन संबंधी इकाई और आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसएचएआर) में पीएसएलवी एकीकरण इकाई) का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन के साथ वीएसएससी में प्रदर्शित विभिन्न इसरो परियोजनाओं की प्रदर्शनी भी देखी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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