पाकिस्तान में पोलियो की दवाई को लेकर फैली अफवाहों के कारण एक बार फिर पोलियो का टीका लगाने वाली टीम के ऊपर जानलेवा हमला हुआ। इस हमले में उनकी सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी घायल हो गया। घटना मरदान के पीरसादी की है। मंगलवार (5 मार्च 2024) को वहाँ एक अज्ञात बंदूकधारी ने पोलियो की टीम पर हमला किया।
सद्दार के पुलिस अधीक्षक खालिस खान ने बताया कि अज्ञात लोगों ने मोटरसाइकिल से आकर हमला किया था। इसके बाद वह लोग फरार हो गए। घायल पुलिकर्मी की पहचान जोहार कय्यूम के तौर पर हुई है।
डॉन में प्रकाशित जानकारी बताती है कि पोलियो का टीका लगाने वाली टीम 5 दिवसीय अभियान के तहत प्रांत में घूम रही थी। इसी दौरान वह पोलियो का टीका लगाने जब एक घर में घुसे तभी बाहर से उनके ऊपर हमला हुआ। पुलिस की टीम जानकारी पाते ही मौके पर पहुँची। घायल पुलिस वाले को तहसील हेडक्वार्टर के अस्पताल ले जाया गया और आगे का इलाज हुआ।
पोलियो टीम पर हमला पाकिस्तान में आम
इससे पहले जनवरी में एक पोलियो का टीका लगाने वाले कर्मचारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वहीं उनकी सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी भी घायल हुआ था। मामला खैबर पख्तूनख्वा बाजौर जिले का था। उससे पहले जनवरी में ही एक पुलिसकर्मी के वाहन को निशाना बनाया गया था क्योंकि वो मनमोंद तहसील में पोलियो में वैक्सीनेटर्स को सुरक्षा दे रहा था।
क्यों होता है पोलियो वर्कर्स पर हमला
गौरतलब है कि पाकिस्तान में पोलियो का टीका लगाने वाली टीम पर हमले नई बात नहीं है। वहाँ पोलियो वाली टीम के साथ सुरक्षाकर्मी देना इसलिए जरूरी होता है क्योंकि आतंकी संगठन उन्हें अपना निशाना बनाते हैं। कट्टर इस्लामवादियों में ऐसा भ्रम है कि पोलियो की वैक्सीन सूअर की चर्भी, शराब की सामग्री से बनती है और इसका टीका लगवाने से नसबंदी होती है, नामर्दी आती है।
इसके अलावा एक दूसरा कारण ये भी है कि पाकिस्तान में पोलियो वैक्सीनेटर्स को इसलिए निशाना बनाया जाता है क्योंकि अमेरिकी की सीआईए ने आतंकी ओसामा बिन लादेन का पता लगाने के लिए ऐसा ही फेक कैंपेन चलाया था। इसलिए यूएस से सतर्क रहने के नाम पर ये आतंकी अब पोलियो टीम पर हमला करते हैं।
पाकिस्तान में तामाम पोलियो वर्कर और सिक्योरिटी गार्ड मारे जा चुके हैं। एक ओर पूरा विश्व है जो ऐसी बीमारियों से लड़ने के लिए दिन रात एक कर रहा है। वहीं पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे देश इससे निजात पाने की बजाय उन्हीं लोगों को मार रहे हैं जो इसकी दवाई उन्हें पिला रहे हैं।