प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के 7 शीर्ष गेमर्स के साथ संवाद किया है, जिसका वीडियो YouTube पर खासा वायरल हो रहा है। इनमें ‘MortaL’ नाम का यूट्यूब चैनल चलाने वाले नमन माथुर (बैटलग्राउंड्स मोबाइल), ‘THUG’ नाम का चैनल चलने वाले अनिमेष अग्रवाल (PUBG), ‘Gamerfleet’ चैनल चलाने वाले अंशु बिष्ट (माइनक्राफ्ट), ‘Skrossi’ नामक चैनल चलाने वाले गणेश गंगाधर (E-Sports), ‘GCTirth’ चलाने वाले तीर्थ मेहता (ई-स्पोर्ट्स) और गेमिंग क्रिएटर पायल धरे के अलावा ‘MYTHPAT’ चलाने वाले मिथिलेश पाटणकर शामिल थे।
इस दौरान गेमर्स ने कहा कि वो क्षण जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कमरे में आए, वो हृदयगति रोक देने वाला क्षण था। गेमर्स का कहना है कि जब पीएम सामने बैठे थे तो काफी धक-धक हो रहा था, वो सोच रहे थे कि ये वही हैं जिन्हें टीवी पर देखते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें यकीन नहीं हो रहा था कि ऐसा कुछ होने जा रहा था। पीएम मोदी ने उनसे पूछा कि क्या आपलोग आपस में मिलते हैं, तो उन्होंने हाँ में जवाब दिया। गेमर्स ने इसे गेमिंग इंडस्ट्री की जीत करार दिया।
उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसा लग रहा है कि सरकार क्रिएटर्स को सम्मान दे रही है। असम के 28 वर्षीय अनिमेष अग्रवाल ने बताया कि वो CA (चार्टर्ड अकाउंटेंट) की तैयारी करते थे, लेकिन 2018 में उन्होंने अपने माता-पिता से अनुमति लेकर पढ़ाई से 1 साल का ब्रेक लिया ताकि वो अपना गेमिंग करियर बना सकें। वहीं हल्द्वानी के अंशु बिष्ट ने बताया कि वो निम्नमध्यमवर्गीय परिवार हैं, उनके पिता ने 30 वर्षों तक बस कंडक्टर का जॉब किया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी देश को आगे ले जाना चाहते हैं।
वहीं नमन माथुर ने बताया कि वो 4 साल के थे जब उनके पिता का देहांत हो गया था, उनकी माँ ने टिफिन सर्विस में काम कर के उनका पालन-पोषण किया। 2015-18 में B.Com करते हुए उन्होंने देखा कि विदेशी यूट्यूबर्स के कमेंट सेक्शन में अधिकतर भारतीय थे, वहीं से उन्हें प्रेरणा मिली। पायल धरे ने बताया कि उन्होंने इन सबसे देर से शुरू किया, वो मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से हैं। उन्होंने बताया कि 12th तक उनके घर में फोन नहीं था, उनके भाई लोग कैफे में गेम खेलने जाते थे वहीं से उन्हें इसके बारे में पता चला।
लड़कियों के लिए संभावनाओं पर पीएम मोदी के सवाल पर उन्होंने कहा कि कई बार पैरेंट्स घबराते हैं, लेकिन अब उन्हें कई लड़कियों के मैसेज आते हैं कि उन्हें देख कर शुरू किया। वहीं मिथिलेश पाटणकर ने कहा कि वो एक्टिंग-मिमिक्री सब करते हैं। वहीं गुजरात के कच्छ के तीर्थ मेहता से पीएम मोदी ने पूछा कि वहाँ ये ‘बीमारी’ कहाँ से आई, तो उन्होंने कहा कि हर जगह ये फैली हुई है। वहीं बेंगलुरु के गणेश ने बताया कि कॉलेज में उनका दोस्तों के माध्यम से गेम्स से परिचय हुआ और वो सबसे अच्छा खेलने लगे, उन्होंने इसी में करियर बनाने की सोची।
उन्होंने बताया कि अब रिश्तेदारों की बोलती बंद है, उन्होंने अपने माता-पिता को रिटायर करा दिया। गेमर्स ने बताया कि वो दिन में 6-7 घंटे गेम्स को देते हैं, कंटेंट क्रिएटर्स दिन में 12 घंटे सिर्फ सोचते ही रहते हैं, कभी 2 घंटे में वीडियो बन जाती है कभी 10 दिन नहीं बनती। गेमर्स ने बताया कि भारत में नेक्स्ट लेवल कंटेंट्स बन रहे हैं, दुनिया में सबसे बेहतर। उन्होंने कहा कि इंटरनेट सस्ता है, मुफ्त है, इसीलिए बच्चे गेम खेल पा रहे हैं। उन्होंने बताया कि 15,000 से ज़्यादा गेम डेवेलपर्स भारत में हैं।
उन्होंने बताया कि 2015 के आसपास से भारत में ये सब शुरू हुआ, 2019 से ये तेज़ हुआ। इस दौरान पीएम मोदी ने ‘परीक्षा पर चर्चा’ के दौरान का वो वीडियो भी याद किया, जब एक बच्चे को लेकर उन्होंने पूछा था ‘ये PUBG वाला है क्या?’ और ये वीडियो वायरल हो गया था। नमन ने बताया कि उनके रिलेटिव उनके घर फोन कर-कर के पूछ रहे थे कि कहीं ये उन्हें ही तो नहीं कहा गया था। गेमर्स ने बताया कि स्पोर्ट्स में भारत हमेशा से आगे रहा है, 1983 का वर्ल्ड कप भारत नहीं जीतता या सचिन तेंदुलकर नहीं आते तो क्रिकेट को भी लोग भूल जाते।
गेमिंग को लेकर रेगुलरटोरी बॉडी पर उन्होंने कहा कि रेगुलेट शब्द ठीक नहीं होगा क्योंकि सरकार की आदत होती है हर चीज को दबाने की, लेकिन दूसरा रास्ता है उस चीज को समझ कर ढाँचा बनाना और प्रतिष्ठा बनाना ताकि बुरा करने वाले ऐसा न कर पाएँ। उन्होंने 2047 तक मध्यमवर्गीय परिवारों की ज़िंदगी से सरकार के बाहर निकलने की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि उसका जीवन कागज लाने-ले जाने में बीत जाती है, जबकि सरकार का काम है गरीबों की मदद करना।
गेमिंग बनाम गैंबलिंग के पीएम मोदी के सवाल पर गेमर्स ने कहा कि लूडो नहीं बल्कि चेस जैसी गेम्स वो खेलते हैं जिनमें मेन्टल स्किल भी चाहिए। पीएम मोदी ने गेमर्स को सलाह दी कि वो बच्चों को सही रास्ते पर ले जाएँ। गेमर्स ने बताया कि बचे कहते हैं कि उन्हें उनके जैसा बनना है तो वो कहते हैं कॉलेज-जॉब सब करो, दुनियादारी छोड़ कर नहीं करना है। गेमर्स ने याद दिलाया कि कैसे 2020 में पीएम मोदी ने भारत के इर्दगिर्द गेम्स बनाने की सलाह दी थी, उन पर गेम्स बन रहे हैं।
पीएम मोदी ने इस दौरान पंचतंत्र को लेकर माइड अप्लाई करने की सलाह देते हुए कहा कि पश्चिमी गेमों में मारो-काटो जैसी चीजें रहती हैं। गेमर्स ने बताया कि भारतीय माइथोलॉजी के इर्दगिर्द गेम्स बन रहे हैं। क्लाइमेट चेंज या स्वच्छता को लेकर गेम्स बनाने के पीएम मोदी के सवाल पर पायल धरे ने उन्हें भारत का सबसे बड़ा इन्फ्लुएंसर करार दिया। गेमर्स ने भारत में गेमिंग स्टूडियोज बनाने की सलाह दी। गेमर्स ने भारतीय संस्कृति के इर्दगिर्द गेम्स डेवेलोप होने पर जोर दिया।
इस दौरान गेमर्स ने गेमिंग डिक्शनरी की बात की, यानी वो टर्म्स जिससे आसानी से संचार हो। उसी में ‘Noob’ शब्द का जिक्र आया, तो पीएम मोदी ने कहा कि वो रैली में ये शब्द बोलेंगे Noob तो सब समझ जाएँगे वो किसके लिए बोल रहे। उन्होंने इस दौरान P2G2 का जिक्र किया – प्रो पीपल, गुड गवर्नेंस। इस दौरान गेमर्स ने ‘Grind’ शब्द के बारे में बताया, यानी मेहनत करना, गेमिंग की एक-एक चीज सीखना। वो G2G का इस्तेमाल करते हैं, यानी बीच में ब्रेक लेने कहीं जाना है तो – Got To Go.
इसी तरह किसी ने बुला दिया तो ‘AFK’, यानि Away From Keyboard का इस्तेमाल करते हैं – इसका अर्थ होता है मैं कहीं बीच में जा रहा हूँ, आपलोग सँभाल लो। पायल धरे ने नरेंद्र मोदी को दुनिया का सबसे कूल प्रधानमंत्री करार दिया। उमर के अंतर पर पीएम मोदी ने कहा कि मीडिया में सब सच नहीं आता, वो कलर कर के बाल व्हाइट रखते हैं ताकि लोगों को लगे कि वो मैच्योर्ड हैं। पीएम मोदी ने इस दौरान कई गेम्स पर भी हाथ आजमाए, गेमर्स ने कहा कि वो बहुत जल्दी काफी कुछ सीख गए। पीएम मोदी ने हँसी-मजाक में कहा, “भगवान करे मुझे इसकी नज़र न लगे।”
इस दौरान गेमर्स ने ये भी बताया कि वो ‘नमो OP’ शब्द का इस्तेमाल करते हैं, ‘नरेंद्र मोदी Overpowered’. गेमर्स ने अपनी कम्युनिटी के लिए कुछ चीजों पर पीएम के हस्ताक्षर भी लिए। प्रधानमंत्री ने उनसे कहा कि वो सबको सलाह दें कि लोग अपनी मातृभाषा में साइन करें। गेमर्स ने कहा कि ये क्षण भारतीय गेमिंग का शीर्ष क्षण है। अंत में वो सब खुश नज़र आए और कहा कि ये उनके लिए गर्व का क्षण है, उन्हें अब तक यकीन नहीं हो रहा कि प्रधानमंत्री से उनकी मुलाकात हुई है।