Sunday, September 8, 2024
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विभव कुमार की गिरफ्तारी के बाद पूरे AAP ने किया किनारा, पर एक ‘महिला’ अब भी स्वाति मालीवाल के लिए लड़ रही: जानिए कौन हैं वंदना सिंह

AAP पार्टी के अन्य नेता जहाँ विभव कुमार की बदसलूकी पर खुलकर बोलने से इसलिए डर रहे हैं कि कहीं केजरीवाल के खिलाफ न माहौल बने, तो वहीं वंदना सिंह ने अभी भी केजरीवाल की फोटो अपने अकॉउंट पर लगाई हुई है और AAP नेताओं से खुलकर सवाल कर रही हैं।

स्वाति मालीवाल के साथ सीएम आवास पर हुई बदसलूकी मामले में जहाँ विभव कुमार की गिरफ्तारी के बाद भी पूरी आम आदमी पार्टी एक तरफ होकर अपनी ही पार्टी की राज्यसभा सांसद का चरित्र हनन करने में लगी हुई है। वहीं पार्टी की एक युवा महिला नेत्री ने इस मामले में स्वाति के लिए आवाज उठाई है और एक तरफ से सारे दिग्गज आप नेताओं को जवाब देने में लगी हैं। महिला नेत्री का नाम वंदना सिंह हैं।

कौन हैं वंदना सिंह

वंदना फिलहाल दिल्ली महिला आयोग की सदस्य हैं और उन्होंने स्वाति मालीवाल के साथ कई मामलों पर काम किया है। वह आप की छात्र युवा संघर्ष समिति की भी नेता हैं। इससे पहले आम आदमी पार्टी की यूथ विंग की राष्ट्रीय प्रभारी के तौर पर काम कर रही थीं। उस समय उन्होंने AAP की परिवर्तन रैली का भी नेतृत्व किया था। इसके अलावा उनके X से पता चलता है कि वो अपनी पहचान एक भारतीय, एक ट्रैवलर, अरविंद केजरीवाल की समर्थक, एपीजे अब्दुल कलाम की फॉलोवर, धोनी और मेसी की फैन के तौर पर बताती हैं।

स्वाति के साथ एकजुटता लेकिन केजरीवाल का विरोध नहीं

वंदना के सोशल मीडिया अकॉउंट को अगर देखें तो पता चलेगा कि उन्होंने इस पूरे मामले में स्वाति के साथ एकजुटता दिखाई है। लेकिन, स्वाति ने जहाँ अरविंद केजरीवाल का फोटो अपने अकॉउंट से हटाकर AAP का विरोध दिखाया है, तो वहीं वंदना सिंह ने केजरीवाल की फोटो अपने अकॉउंट पर पिन रखते हुए स्वाति मालीवाल के साथ फोटो शेयर करके संदेश दिया है कि वो उनके साथ हैं।

फिलहाल वह, अपनी टाइमलाइन पर आप नेताओं को जवाब देने के साथ स्वाति के पुराने ट्वीट भी रीट्वीट कर रही हैं जिसमें उन्होंने आम आदमी पार्टी का समर्थन किया है, केजरीवाल को सपोर्ट किया है, संजय सिंह को शेर बताया है। शायद वो दिखाना चाह रही हैं कि स्वाति मालीवाल कभी भी भाजपा की एजेंट नहीं थी जैसा कि उनपर अब आरोप लगाए जा रहे हैं।

दूसरी ओर ये गौर करने वाली बात है कि पार्टी के अन्य नेता जहाँ विभव कुमार की बदसलूकी पर खुलकर बोलने से इसलिए डर रहे हैं कि कहीं केजरीवाल के खिलाफ न माहौल बने… तो वहीं वंदना सिंह इस मामले में AAP समर्थकों से सवाल भी कर रही हैं, और साथ ही अभी भी केजरीवाल की फोटो अपने अकॉउंट पर पिन करके लगाई हुई है। उनके हर ट्वीट में केजरीवाल के लिए सर शब्द कहा जा रहा है। शायद दोनों चीजें एक साथ करके वो दिखाना चाहती हैं कि ये मामला सीएम के विरुद्ध जाने का नहीं, बल्कि एक महिला नेता का साथ देने का है।

देख सकते हैं कि वंदना सिंह ने अपने ट्वीट में आतिशी मार्लेना की वीडियो पर जवाब दिया है जिसमें वो कह रही थीं कि ये सारा षड्यंत्र भाजपा ने रचा है। इसमें जहाँ वो ये कहती हैं कि मालीवाल बिन अपॉइंटमेंट के सीएम से मिलने आईं उस पर वंदना पूछती हैं कि अगर ये मान भी ले कि स्वाति मालीवाल बिना अपॉइंटमेंट के मिलने आ गई थी तो क्या तुम उसको पिटवा दोगे? वैसे अरविंद केजरीवाल सर से तो वो हमेशा बिना अपॉइंटमेंट ही मिली हैं। इसके अलावा वो ये भी गौर करवाती हैं कि घटना सीएम आवास की है, अगर बात बीजेपी के इशारे पर कुछ करने की होती तो वो सीएम का नाम ही न ले लेती, पीएस का क्यों लिया।

इसके अलावा आम आदमी पार्टी से दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री बने सौरभ भारद्वाज ने जो स्वाति मालीवाल के कुर्ते पर कमेंट किया है कि उसमें बटन थी ही नहीं तो टूटी कैसे। उसे लेकर वंदना ने स्वाति की एक फोटो शेयर की है जिसमें उन्होंने वही कुर्ता पहना है और उसमें बटन भी दिख रही है। वंदना कहती हैं- “मंत्री सौरभ जी, स्वाति जी की फोटो जूम करके कह रहे हो बटन थे ही नहीं… लीजिए एक और फोटो उसी कपड़े में, शायद इसमें आपको बटन बंद दिख जाएँ। वैसे औरतों के कपड़े और बटन से ध्यान हटाएँ और काम पे लगाएँ। आपसे इस लेवल तक गिरने की उम्मीद नहीं की थी।”

इसी तरह एक आप समर्थक ने जब स्वाति मालीवाल के अरविंद केजरीवाल से मिलने की बात पर सवाल उठाए तो भी वंदना ने जवाब दिया कि शायद सीएम जेल से आए हैं इसलिए वो मिलने गई थी। लेकिन लगता है उसने गलती ही कर दी। वो अपने ही पार्टी नेताओं से कहती हैं कि हर मामले में सबको बीजेपी वाला या गद्दार कहने से काम नहीं चलेगा।

स्वाति मालीवाल के साथ ऐसी घटना घटने के बाद वंदना सिंह ने एक भी बार आम आदमी पार्टी का समर्थन अपने वॉल पर नहीं दिखाया है। न ही उन्होंने पार्टी की किसी अन्य नेता के स्टैंड से सहमति दिखाई है। वह लगातार स्वाति के साथ होने का दावा कर रही हैं। उन्होंने पूरी टाइमलाइन शेयर करके समझाया है कि कैसे ये घटना एक ऐसी महिला नेता के साथ घटी है जिसने अपना तन-मन सब पार्टी को समर्पित रखा। उन्होंने पार्टी के नेताओं का रवैया देख उन्हें ट्रोल कहा है और गिरी हुई सोच का बताया है।

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