Friday, October 18, 2024
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5 साल बाद रूस गए PM मोदी, क्रेमलिन ने कहा- ईर्ष्या से देख रहे पश्चिमी देश: जानिए राष्ट्रपति पुतिन के साथ यह मुलाकात कितनी अहम

पीएम मोदी अपने इस दौरे में राष्ट्रपति पुतिन से मुलाक़ात के साथ ही रूस में रहने वालों भारतीयों से बातचीत के कार्यक्रम में भी शरीक होंगे। इसके अलावा उन्हें रूस का सर्वोच्च सम्मान दिया जाएगा।

देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 3 दिवसीय (8-10 जुलाई) विदेश दौरे पर रवाना हो गए हैं। वह इन तीन दिनों में रूस और ऑस्ट्रिया का दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी का तीसरी बार पद संभालने के बाद यह दूसरा महत्वपूर्ण विदेश दौरा है। यह इस कार्यकाल में पहला द्विपक्षीय दौरा है। इस दौरे में पीएम मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मिलेंगे।

पीएम मोदी इससे पहले 2019 में अंतिम बार रूस गए थे। इसके बाद कोविड महामारी और फिर यूक्रेन रूस संघर्ष के कारण दोनों देशों के नेता, एक दूसरे के देश नहीं आ जा पाए। यूक्रेन युद्ध के बाद पहली बार पीएम मोदी रूस जा रहे हैं। इस बीच चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के अलावा और कोई भी बड़ा नेता पुतिन ने नहीं मिला है।

पीएम मोदी अपने इस दौरे में राष्ट्रपति पुतिन से मुलाक़ात के साथ ही रूस में रहने वालों भारतीयों से बातचीत के कार्यक्रम में भी शरीक होंगे। इसके अलावा उन्हें रूस का सर्वोच्च सम्मान सेंट एन्ड्रू आर्डर से नवाजा जाएगा। उन्हें यह पुरस्कार 2019 में दिया गया था, अब वह इसे ग्रहण करेंगे।

राष्ट्रपति पुतिन के साथ पीएम मोदी भारत और रूस के बीच व्यापार और सैन्य सहयोग को लेकर भी बातचीत होगी। भारत, रूस से लगातार बड़ी मात्रा में कच्चा तेल खरीद रहा है। इस कारण भारत का व्यापार घाटा भी बढ़ रहा है। इसको लेकर भी बातचीत होगी।

दोनों नेताओं की बातचीत में मुख्य मुद्दा यूक्रेन-रूस युद्ध होगा। यह युद्ध बीते 2 वर्ष से अधिक समय से जारी है और दोंनो संघर्षरत देशों के बीच कोई समझौता नहीं हो पाया है। भारत के दोनों देशों के साथ अच्छे रिश्ते रखता है और कई बार माहौल को शांत करवाने का काम करता रहा है।

सालाना समिट में भी होंगे शामिल

पीएम मोदी के इस दौरे पर अमेरिका समेत बाक़ी विश्व की भी नजरें हैं। यहाँ वह राष्ट्रपति पुतिन के साथ भारत-रूस शिखर सम्मेलन में भी हिस्सा लेंगे। दोनों देशों के बीच राजनयिक सहयोग का यह सबसे बड़ा मंच है। इसमें पीएम मोदी ने 2019 में आखिरी बार हिस्सा लिया था। इसके अब तक 21 संस्करण सम्पन्न हो चुके हैं। यह अंतिम बार दिल्ली में आयोजित किया गया था।

पीएम मोदी ने इस दौरे को लेकर ट्विटर पर लिखा, “अगले तीन दिनों में मैं रूस और ऑस्ट्रिया में रहूँगा। ये यात्राएँ इन देशों के साथ संबंधों को और मजबूत करने का एक शानदार अवसर होंगी, जिनके साथ भारत की पुरानी दोस्ती है। मैं इन देशों में रहने वाले भारतीय समुदाय के साथ बातचीत करने के लिए भी उत्सुक हूँ।”

पीएम मोदी की इस यात्रा पर रूस ने कहा है कि इसे देख कर पश्चिमी देश जल रहे हैं और इसको बहुत ही गंभीरता से ले रहे हैं। रूस ने कहा कि यह दौरा महत्वपूर्ण होने वाला है इसीलिए पश्चिमी देश काफी गंभीरता से रहे हैं।

पीएम मोदी रूस के बाद यूरोपियन देश ऑस्ट्रिया भी जाएँगे। ऑस्ट्रिया में 41 वर्षों में यह पहली बार किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यात्रा होगी। प्रधानमंत्री मोदी ऑस्ट्रिया के राष्ट्रपति और चांसलर, दोनों से मिलेंगे और साथ ही वियना में रहने वाले भारतीय समुदाय से भी बातचीत करेंगे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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