मध्य प्रदेश के विदिशा में क्रिश्चियन मिशनरी सक्रिय हैं। मिशनरी से जुड़े लोग एनजीओ की आड़ लेकर ईसा मसीह की कहानियों से जुड़े मजहबी पुस्तकें बाँट रहे हैं। इन पुस्तकों के नाम भी शास्त्र, संहिता की तरह हैं, जबकि अंदर की कहानियाँ ईशु की महिमा से भरी हैं। ये मामले सीधे तौर पर लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करने के लगते हैं।
ताजा मामला विदिशा के लायरा का है, जहाँ शुक्रवार (19 जुलाई 2024) को पांड़ोछा मिडिल स्कूल में एक युवती पहुँची और खुद को एनजीओ से जुड़ा बताकर स्कूली बच्चों को मुफ्त में ईशु महिमा से जुड़ी पुस्तकें बाँटने लगी। पुस्तक का नाम ‘पवित्र शास्त्र भजन संहिता और नीति वचन’ था। इन पुस्तकों के नाम से एक बार में भ्रम होता है कि इस पुस्तक में हिंदू धर्म से बातें होंगी, लेकिन असल में ये पुस्तक ईसा मसीह की चमत्कारिक कहानियों से भरी पड़ी थी। यही नहीं, उसमें हिंदू संतों की निंदा की गई थी, जबकि क्रिश्चियानिटी का बखान। युवती द्वारा पुस्तक बाँटने का शिक्षकों ने विरोध किया, तो वो शिक्षकों से ही भिड़ गई। जब पुलिस बुलाने की बात की गई, तो वो फरार हो गई।
भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, युवती ने खुद को हैदराबाद से आया हुआ बताया। उसने कई बार पूछने पर भी अपना नाम नहीं बताया, सिर्फ इतना कहा कि वो एनजीओ के लिए मुफ्त में ये काम करती है। बताया जा रहा है कि वो बीना से ऑटो में सवार होकर 2 अन्य महिलाओं के साथ आई थी। उन महिलाओं पर भी अलग-अलग गाँवों में ऐसी पुस्तकें बाँटने का शक जताया जा रहा है।
घटना वाले स्कूल में ही तैनात संजय लोधी नाम के शिक्षक ने युवती को रोका था। स्थानीय मीडिया से बातचीत में संजय लोधी ने बताया कि युवती आसपास के गाँवों में भी पुस्तक मुफ्त में बाँट रही थी और ज्यादा उन घरों तक पुस्तक पहुँचाने की कोशिश कर रही थी, जो गरीब और अनुसूचित जाति वर्ग के हैं। युवती ने दावा किया कि वो सागर और इटारसी में भी पुस्तकें बाँट चुकी है।
इस मामले में बजरंग दल के सह संयोजक रवि लोधी और संगठन के अन्य पदाधिकारियों ने कहा है कि वो स्थानीय पुलिस थाने में शनिवार (20 जुलाई 2024) को शिकायत दर्ज कराएँगे। इस पूरे मामले में शिक्षक ने वीडियो भी बनाया है, जो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है।