त्रिपुरा के पश्चिमी क्षेत्र स्थित रानीरबाजार में साम्प्रदायिक तनाव की खबर है। यहाँ काली माता के मंदिर में घुस कर तोड़फोड़ के बाद अशांति फैल गई। गुस्साए लोगों ने घरों और वाहनों में तोड़फोड़ की है। लगभग आधे दर्जन लोगों को चोटें आईं हैं जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है। घटना रविवार (25 अगस्त, 2024) की है। इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है और हालात काबू करने के लिए घटनास्थल पर अतिरिक्त पुलिस बल भेजा गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना रानीरबाजार इलाके के कटराइबारी गाँव की है। यहाँ बना काली माता का एक मंदिर आसपास के ग्रामीणों की श्रद्धा का मुख्य केंद्र है। यह मंदिर 30 साल पुराना बताया जा रहा है। रविवार (25 अगस्त) की सुबह जब श्रद्धालु इस मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए पहुँचे तो उन्होंने देवी काली की मूर्ति का सिर कटा हुआ पाया। थोड़ी ही देर में इस घटना की खबर आसपास फ़ैल गई। लोग मंदिर पर जुट कर विरोध-प्रदर्शन करते हुए आरोपित को खोज कर कठोर कार्रवाई की माँग करने लगे।
इसी बीच हालत बेकाबू हो गए। कुछ लोगों के एक समूह ने घरों में आगजनी और तोड़फोड़ शुरू कर दिया। इस से क्षेत्र में साम्प्रदायिक तनाव फ़ैल गया। हिंसक भीड़ ने कटराइबारी, दुर्गा नगर और आस्था मंगल गाँवों को निशाना बनाया। करीब 9 घरों को आग के हवाले कर दिया गया। आधे दर्जन अन्य मकानों में लूटपाट की गई है। इसी हिंसा में लगभग 1 दर्जन दो और चार पहिया वाहनों को जला दिया गया। हिंसा की चपेट में आ कर 5-6 लोग घायल भी हुए हैं।
हालात खराब होता देख कर मौके पर भारी पुलिस फ़ोर्स पहुँची। तनाव को देखते हुए तमाम सीनियर अधिकारियों के साथ फायर ब्रिगेड के साथ CRPF और त्रिपुरा स्टेट राइफल्स (टीएसआर) की टीमें भी तैनात कर दी गईं हैं। हालात को सामान्य करने के लिए दोनों पक्षों के बुजुर्गों ने पहल की कोशिश की। हालाँकि यह पहन कामयाब नहीं रही और तनाव बरकरार रहा। कुछ लोगों का कहना है कि हमलावर स्थानीय नहीं बल्कि बाहरी थे। प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
इस मामले में सोमवार (26 अगस्त) को तनाव कम करने के लिए दोनों पक्षों के बुजुर्गों की एक बार फिर से मीटिंग हुई। पुलिस के तमाम सीनियर अधिकारियों के साथ भारतीय जनता पार्टी के मंत्री सुशांत चौधरी ने भी प्रभावित इलाकों का दौरा दिया। प्रशासन ने लोगों से शाँति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। घटना का स्वतः संज्ञान ले कर पुलिस मामले की जाँच व अन्य जरूरी कार्रवाई कर रही है। हमलावरों को चिन्हित कर के उनकी धरपकड़ के लिए दबिश दी जा रही है।