Tuesday, October 22, 2024

DU में प्रोफेसर रहे साईबाबा का निधन, नक्सल कनेक्शन के कारण 10 साल जेल में रहे

माओवादियों से संंबंधों के लिए जेल में रहे दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) के पूर्व जीएन साईबाबा का शनिवार (12 अक्टूबर 2024) को निधन हो गया। नक्सली साँठ-गाँठ को लेकर उन्हें सात महीने पहले ही बरी किया गया था। 54 वर्षीय साईबाबा पित्ताशय के संक्रमण से पीड़ित थे और दो सप्ताह पहले ही उनका ऑपरेशन हुआ था। इसके बाद जटिलताएँ पैदा हो गई थीं।

साईबाबा पिछले 20 दिन से हैदराबाद के ‘निजाम्स इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज’ में भर्ती थे। बता दें कि बंबई हाई कोर्ट की नागपुर पीठ ने माओवादियों से संबंधों के मामले में साईबाबा एवं पाँच अन्य आरोपितों को इस साल मार्च में बरी कर दिया था। अदालत ने उनकी आजीवन कारावास की सजा को भी रद्द कर दिया था।

साईबाबा पर UAPA लगाया गया था। अदालत ने UAPA के प्रावधानों के तहत आरोप लगाने के लिए प्राप्त की गई मंजूरी को ‘अमान्य’ करार दिया था। बरी होने के बाद साईबाबा व्हीलचेयर पर बैठकर नागपुर केंद्रीय कारागार से 10 साल बाद बाहर आए थे। नक्सलियों से लिंक रखने के शक में साल 2014 में महाराष्ट्र पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था।