बांग्लादेश के दिग्गज क्रिकेटर शाकिब अल हसन ने अपने देश लौटने से इनकार कर दिया है। उन्हें ढाका में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने टेस्ट करियर का आखिरी मैच खेलना था, लेकिन उनके खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शनों के कारण वे दुबई में रुक गए। दरअसल, ढाका में उनके खेलने के खिलाफ इस्लामी कट्टरपंथी प्रदर्शन कर रहे थे, क्योंकि वो शेख हसीना की सरकार के समय सांसद थे।
बांग्लादेश के युवा और खेल मामलों के सलाहकार ने भी उन्हें सलाह दी कि वे देश न लौटें, ताकि कोई अप्रिय स्थिति उत्पन्न न हो। इसके अलावा, ढाका में स्टेडियम के बाहर उनके खिलाफ प्रदर्शन हो रहा था, जिससे उनकी सुरक्षा को खतरा माना जा रहा था। शाकिब के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर का अंत अब बिना आखिरी टेस्ट खेले ही हो सकता है। उनके देश वापसी को लेकर फिलहाल कोई स्पष्टता नहीं है, और वे दुबई से अमेरिका लौट सकते हैं।
बता दें कि बांग्लादेश के सबसे अनुभवी और प्रतिष्ठित क्रिकेटरों में से एक, शाकिब ने हाल ही में टी-20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था और भारत के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज के बाद अपना आखिरी मैच बांग्लादेश में खेलने के लिए बोर्ड से गुहार लगाई थी।
साकिब ने ESPNcricinfo को एक संदेश में यह स्पष्ट किया कि वे फिलहाल अपने देश वापस नहीं आ रहे हैं। शाकिब ने कहा, “मुझे नहीं पता कि मैं अब आगे कहाँ जाऊँगा, लेकिन यह लगभग तय है कि मैं घर नहीं जाऊँगा।” उन्होंने बताया कि वे बांग्लादेश में जारी विरोध प्रदर्शनों के चलते अपने देश वापस जाने से कतरा रहे हैं, जहाँ उन्हें एक हत्या के मामले में आरोपित बनाया गया है। इस हत्या का आरोप उनपर आदाबोर पुलिस स्टेशन द्वारा दर्ज की गई एक एफआईआर के तहत लगाया गया है, जो हाल ही के राजनीतिक विरोध प्रदर्शनों से संबंधित है।
शाकिब बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग की तरफ से सांसद थे। शेख हसीना को सत्ता से इस्लामी कट्टरपंथियों ने आंदोलनों की आड़ में सत्ता से हटा दिया, जिसके बाद से वो भारत में हैं। इसके बाद से अवामी लीग के नेताओं, कार्यकर्ताओं के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान चलाया गया और हिंदुओं को भी निशाना बनाया गया। इन घटनाओं के पहले से ही साकिब बांग्लादेश में ही नहीं थे, फिर भी उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।
हालाँकि बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) ने अभी तक उन्हें राष्ट्रीय टीम के लिए खेलने की अनुमति दी है, जब तक कि उनके खिलाफ आरोप सिद्ध नहीं होते। लेकिन बांग्लादेश के युवा और खेल मामलों के सलाहकार असिफ महमूद ने साकिब को सलाह दी थी कि वे देश न लौटें। महमूद ने AFP को बताया, “मैंने शाकिब को सुझाव दिया है कि वे बांग्लादेश न आएँ, ताकि कोई अप्रिय स्थिति न पैदा हो। यह फैसला खिलाड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और देश की छवि को बचाने के लिए लिया गया है।”
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में साकिब की उपलब्धियाँ रही हैं शानदार
शाकिब अल हसन का क्रिकेट करियर बेहद शानदार रहा है। वे दुनिया के बेहतरीन ऑलराउंडरों में से एक माने जाते हैं। उन्होंने बांग्लादेश के लिए टेस्ट, वनडे और टी-20 तीनों प्रारूपों में जबरदस्त प्रदर्शन किया है।
- टेस्ट क्रिकेट में शाकिब ने 71 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 4609 रन बनाए हैं और 246 विकेट लिए हैं। उनके नाम पर टेस्ट में 5 शतक और 31 अर्धशतक दर्ज हैं। गेंदबाजी में उन्होंने 19 बार 5 विकेट लिए हैं, तो मैच में 10 विकेट लेने का कारनामा भी 2 बार कर चुके हैं।
- वनडे क्रिकेट में शाकिब ने 247 मैचों में 7,570 रन बनाए हैं और 317 विकेट लिए हैं। उन्होंने वनडे में 9 शतक और 56 अर्धशतक बनाए हैं। गेंदबाजी में उन्होंने वनडे में 10 बार पारी में 4 विकेट और 4 बार पारी में 5 विकेट लेने का कारनामा भी किया है।
- टी-20 अंतरराष्ट्रीय में साकिब ने 129 मैचों में 2,551 रन बनाए और 149 विकेट लिए हैं, जो उन्हें इस प्रारूप का भी एक बेहतरीन खिलाड़ी साबित करते हैं। उनका 17 साल से ज्यादा का करियर दुनिया के किसी भी खिलाड़ी की तुलना में अधिक है। वो अभी मौजूदा समय में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी भी हैं।
शाकिब का बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में जबरदस्त प्रदर्शन उन्हें शानदार खिलाड़ी बनाता है। वे कई बार आईसीसी की रैंकिंग में नंबर 1 ऑलराउंडर रह चुके हैं और बांग्लादेश को कई मैच जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
करियर का आखिरी मैच खेलने की मिली थी अनुमति
शाकिब को बांग्लादेश की टेस्ट टीम में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाले आगामी टेस्ट के लिए शामिल किया गया है, जो उनके करियर का आखिरी टेस्ट हो सकता है। हालाँकि, उनके देश लौटने की संभावना काफी कम है। चयन समिति के प्रमुख गाजी अशरफ हुसैन ने कहा कि BCB ने शाकिब को चुनने के लिए “ग्रीन सिग्नल” दिया था, लेकिन अब तक उन्हें बोर्ड से कोई नई जानकारी नहीं मिली है।
शाकिब को बांग्लादेश में सुरक्षित वापसी का भरोसा दिया गया था, लेकिन छात्रों के एक समूह ने उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है। ‘मीरपुर छात्र जनता’ नाम के ग्रुप ने ऐलान किया है कि वो साकिब की देश वापसी का विरोध करेगा। इसके चलते शाकिब को दुबई में रुकने के लिए कहा गया है, जहाँ वे न्यूयॉर्क से लौटते हुए ट्रांजिट में थे। भले ही शाकिब की फ्लाइट गुरुवार (17 अक्टूबर 2024) शाम को ढाका के लिए थी, लेकिन वो नहीं पहुँचे। यहाँ से उनके वापस अमेरिका जाने की उम्मीद है।
इन घटनाक्रमों को देखते हुए शाकिब अल हसन के लिए अब आगे की राह मुश्किल नजर आ रही है। उनके खिलाफ हत्या का मामला और देश में चल रही राजनीतिक अस्थिरता ने उनकी वापसी पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। बांग्लादेश के युवाओं और खेल मामलों के सलाहकार असिफ महमूद ने शाकिब को पहले ही यह सलाह दे दी है कि वे बांग्लादेश न लौटें। शाकिब का बांग्लादेश के क्रिकेट में योगदान अमूल्य है, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए यह कहना मुश्किल है कि वे कब और कैसे अपने देश लौटेंगे।