Sunday, September 8, 2024
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पाक को अलग-थलग करने के लिए विदेश मंत्रालय में बड़े देशों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक

इन सभी देशों के राजनयिकों ने विदेश मंत्रालय में आतंकवाद के मुद्दे पर होने वाली वृहद बैठक में हिस्सा लिया।आतंकवाद के ख़िलाफ़ एकजुट हुए सभी देशों के प्रतिनिधि आतंकवाद और आतंकियों से निपटने और जड़ से खत्म करने के लिए विचार विमर्श किया।

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में कायरतापूर्ण आतंकी घटना को लेकर कई देशों ने इसकी निंदा की है। आतंकी घटना के बाद कई देश भारत के साथ खड़े हैं। जर्मनी, हंगरी, इटली, यूरोपियन यूनियन, ब्रिटेन, रूस, इजराइल, ऑस्ट्रेलिया, जापान सहित कई अन्य देशों के प्रतिनिधि भारतीय विदेश मंत्रालय पहुँचे।

इन सभी देशों के राजनयिकों ने विदेश मंत्रालय में आतंकवाद के मुद्दे पर होने वाली वृहद बैठक में हिस्सा लिया। आतंकवाद के ख़िलाफ़ एकजुट हुए सभी देशों के प्रतिनिधि आतंकवाद और आतंकियों से निपटने और जड़ से खत्म करने के लिए विचार विमर्श किया। यह मीटिंग पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय पटल पर अकेला करने के हिसाब से महत्वपूर्ण है।

बता दें कि, जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ क़ाफ़िले पर कल (14 फ़रवरी 2019) को हुए आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 42 जवान शहीद और दर्जनों जवान गंभीर रूप से घायल हुए थे। जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने सीआरपीएफ के क़ाफ़िले में एक बस में विस्फ़ोटक लदी एसयूवी घुसा दी थी, जिसके बाद यह हादसा हुआ था।

आतंकवाद के मुद्दे पर दुनिया हमारे साथ है

गृहमंत्री ने कहा, “आतंकवाद पर हम लगाम लगाकर ही रहेंगे। दुनिया के कई देश आतंकवाद को खत्म करने के लिए प्रयासरत हैं, हम साथ मिलकर आतंकवाद के ख़िलाफ़ निर्णायक लड़ाई को जीतेंगे। जम्मू-कश्मीर में कुछ लोगों के तार आतंकी संगठन आईएसआई से जुड़े हैं हम उन्हें खत्म करेंगे। भारत सरकार शहीद जवानों के परिवार के साथ हमेशा खड़ी है। सभी राज्य सरकारों से अपील है कि शहीदों के परिवारों की मदद करें।” 

गृहमंत्री ने कहा कि सभी अधिकारियों को अवश्यक निर्देश दिए गए हैं, अब सीमा पार से आतंक फै़लाने वालों के मंसूबे किसी भी हाल में कामयाब होगा। उन्होंने कहा, “सुरक्षाबलों के हौसले पूरी तरह से बुलंद हैं। आतंकवाद के ख़िलाफ़ हम जो लड़ाई लड़ रहे हैं, उसमें हमें कामयाबी मिलेगी।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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