भले ही दिल्ली विधानसभा चुनावों में बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा हो, लेकिन पार्टी के खाते में वोट प्रतिशत बढ़ा है। इतना ही नहीं पिछले दिल्ली में चली केजरीवाल की आँधी और पिछले चुनावों में 3 सीटें पाने वाली बीजेपी को इस बार 8 सीटों पर जीत मिली है।
दिल्ली चुनाव परिणामों का शोर थम सा गया है सभी पार्टियाँ अपनी जीत और हार का विश्लेषण करने में लगी हुई हैं। तो वहीं अरविंद केजरीवाल फिर से मुख्यमंत्री पद के शपथ ग्रहण समारोह के कार्यक्रम की तैयारी में जुट गए हैं। दूसरी ओर बीजेपी अपनी हार पर गहन मंथन में जुटी हुई है, तो कॉन्ग्रेस पार्टी में आरोप-प्रत्यारोप के साथ छिड़े घमासान के बीच पार्टी पदाधिकारियों द्वारा इस्तीफा दिए जाने का सिलसिला जारी है।
दिल्ली चुनाव परिणामोंं में सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि बीजेपी की करारी हार में भी उसकी एक बड़ी जीत छिपी हुई है। ऐसा इसलिए कि इस 70 विधानसभा सीटों में से 8 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की है, जोकि पिछले चुनावों में यह आँकड़ा 3 सीटों पर सिमटा हुआ था। वहीं इसमें गौर करने वाली बात यह कि बीजेपी का इस बार करीब 63 सीटों पर वोट शेयर बढ़ा है। कुल मिलाकर दिल्ली में 38.51% के साथ पार्टी का वोट प्रतिशत बढ़ा है। इतना ही नहीं 20 सीटों पर बीजेपी ने 2015 चुनाव की तुलना में 10 फीसदी से ज्यादा वोट शेयर बढ़ाया है। बीजेपी ने सबसे ज्यादा वोट शेयर नजफगढ़ सीट पर बढ़ाया है। यहाँ पिछली चुनाव की तुलना में उसका वोट शेयर 21.5 फीसदी बढ़ा है। इन्हीं आँकड़ों के साथ बीजेपी की हार के पीछे पीर्टी की एक जीत भी देखी जा रही है।
38.5% is enough votes for a majority, any given day. BJP would’ve made it.
— ShankhNaad (@ShankhNaad) February 12, 2020
But Congress, via a deliberate weak campaign, consolidated its entire base behind AAP, taking its vote share to 53.6% pic.twitter.com/lTOC1ukVTh
चुनाव परिणामों के बाद आए आँकड़ों के मुताबिक चुनाव में 53.57% के साथ आम आदमी पार्टी का वोट शेयर घटा है, वहीं 4.26% के साथ कॉन्ग्रेस का भी वोट प्रतिशत भी घटा है। तो वहीं करावल नगर सीट पर आप का सबसे अधिक वोट शेयर घटा है। अग़र बात करें अन्य राजनीतिक दलों की तो, COI, COIM और NCP को चुनावों में नोटा से भी कम (0.46%) वोट प्रतिशत मिला है।
दिल्ली के लोगों ने आप को जमकर समर्थन दिया है। उसे कुल पड़े मत में 49,74,522 लोगों का समर्थन मिला है। बीजेपी को 35,75,430 एवं कॉन्ग्रेस को 3,95,924 लोगों का समर्थन मिला है। गौरतलब है कि 16 फरवरी को अरविंद केजरीवाल रामलीला मैदान में पूरी कैबिनेट के साथ एक बार फिर से दिल्ली मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।