Sunday, December 22, 2024
Homeविविध विषयअन्यसस्ते डाटा प्लान से गूगल पस्त, साल के अंत तक 400 रेलवे स्टेशनों पर...

सस्ते डाटा प्लान से गूगल पस्त, साल के अंत तक 400 रेलवे स्टेशनों पर बंद करेगी फ्री Wi-Fi

गूगल के अनुसार वह देश भर में छोटे व्यापारियों और महिलाओं को इंटरनेट का इस्तेमाल सीखने में मदद कर रही है ताकि उनकी जिंदगी में खुशहाली आ सके। साथ-साथ वह अपने उत्पादों जैसे सर्च इंजन, यूट्यूब, मैप्स वगैरह को भी भारतीयों की यूनिक माँगों के अनुसार ढाल रही है।

रेलवे स्टेशनों पर फ्री वाईफाई सुविधा को इस साल के अंत तक बंद करने का गूगल ने ऐलान किया है। 2015 में उसने इसकी शुरुआत की थी। करीब 400 भारतीय रेलवे स्टेशनों पर गूगल यह सुविधा मुहैया कराती है। गूगल के पेमेंट्स एंड नेक्स्ट बिलियन यूजर्स के वाइस प्रेसीडेंट सीजर सेनगुप्ता ने बताया कि बताया कि भारत में मोबाइल इंटरनेट डेटा के दुनिया में सबसे सस्ता होने और इस प्लान के वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर न हो पाने के कारण इस कार्यक्रम को बंद करने का फैसला किया गया है।

रिपोर्ट्स के अनुसार सेनगुप्ता ने कहा कि भारत सरकार, कई राज्य सरकारों और लोकल एजेंसियों द्वारा भी सस्ते दाम पर इंटरनेट सुलभ करवाने की योजनाओं ने उन्हें अप्रासंगिक कर दिया था। गूगल ने कहा है कि वह साल के अंत तक अपने साझेदारों के साथ काम करते हुए इस पूरी प्रक्रिया को सहजता पूर्वक निपटा लेगी। गूगल स्टेशन गूगल, भारतीय रेलवे तथा रेलटेल के मध्य साझेदारी के फलस्वरूप लॉन्च हुआ था। इसका मकसद देश के व्यस्ततम 400 रेलवे स्टेशनों पर तेज गति से फ्री पब्लिक वाईफाई सुविधा उपलब्ध करवाना था। इस प्रोजेक्ट को 2020 के मध्य तक पूरा किया जाना था। सेनगुप्ता ने बताया कि जून 2018 में ही यह लक्ष्य पूरा हो गया था।

गूगल के अधिकारी ने बताया कि हम अपनी क्षमतााओं और संसाधनों को और बेहतर तरीके से उपयोग में लाने के लिए लगातार प्रयास करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि हम देश भर में छोटे व्यापारियों और महिलाओं को इंटरनेट प्रयोग करना सीखने में भी मदद कर रहे हैं जिससे उनकी जिंदगी और उनके समुदायों में खुशहाली आ सके। इसके साथ साथ हम अपने उत्पादों जैसे सर्च इंजन, यूट्यूब, मैप्स आदि को भी भारतीयों की यूनिक माँगों के अनुसार ढाल रहे हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

किसी का पूरा शरीर खाक, किसी की हड्डियों से हुई पहचान: जयपुर LPG टैंकर ब्लास्ट देख चश्मदीदों की रूह काँपी, जली चमड़ी के साथ...

संजेश यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनके भाई को पोटली में बँधी कुछ हड्डियाँ मिल पाईं। उनके शरीर की चमड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी।

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।
- विज्ञापन -