वैश्विक स्तर पर पाकिस्तान की किरकिरी के बीच बड़ी खबर यह है कि आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद का सरगना मसूद अजहर की मौत हो गई है। मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार उसकी 2 मार्च 2019 को ही मौत हो गई थी। अभी तक किसी भी मीडिया हाउस ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। बताया यह भी जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना की अनुमति के बाद ही मसूद की मौत की आधिकारिक घोषणा की जाएगी।
#BREAKING
— TIMES NOW (@TimesNow) March 3, 2019
Reports suggest that Maulana Masood Azhar is dead. | Reports yet to be confirmed. | Pradeep Dutta shares details. pic.twitter.com/GXz9ylIKwq
हाल ही में CNN को दिए एक इंटरव्यू में पाकिस्तान के विदेश मंत्री महमूद कुरैशी ने कहा था, “जितना मेरी जानकारी है वह काफी बीमार है। वह इतना बीमार है कि वह घर से बाहर नहीं जा सकता।”
ज्ञात हो कि भारतीय वायुसेना सेना ने 26 फरवरी को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविरों और लॉन्च पैड्स को तबाह कर दिया था। इसके दो दिन बाद ही खूंखार आतंकवादी संगठन जैश-ए-मुहम्मद के संस्थापक मसूद अजहर के गुर्दे खराब होने की खबरें लगातार सामने आ रही थीं। वहीं, कुछ मीडिया रिपोर्टस् में दावा किया गया है कि मसूद अजहर की मौत हो चुकी है। कहा जा रहा है कि सेना की एयर स्ट्राइक के दौरान मसूज अजहर आतंकी शिविर में ही मौजूद था।
#BREAKING: Reports suggest Maulana Masood Azhar is dead, he died on March 2. To be formally announced after intimation from Army hospital, Islamabad: Top Intel Sources. Input: @manojkumargupta, @Zakka_Jacob with more details
— News18 (@CNNnews18) March 3, 2019
CNN-News18 is trying to independently verify the news pic.twitter.com/ntFVMBPvFF
यह भी कहा जा रहा है कि मसूद अजहर एयर स्ट्राइक के दौरान आतंकी शिविर में सो रहा था। मीडिया रिपोर्टस् के अनुसार, पाकिस्तान के रावलपिंडी के एक सैन्य अस्पताल में उसकी मौत हो गई है।
#BreakingNews : भारत ने जहां बम गिराए, वहां आतंकी मसूद मौजूद था – सूत्र
— Zee News Hindi (@ZeeNewsHindi) March 3, 2019
बता दें कि भारतीय सेना ने इस एयर स्ट्राइक में मिराज-2000 लड़ाकू विमान का प्रयोग किया था। एयर स्ट्राइक दौरान भारतीय वायुसेना ने PoK और बालाकोट में लगभग 1000 किलो बम की बरसात की थी। मीडिया रिपोर्ट में यह भी दावा किया जा रहा है कि मसूद के साथ ही आईएसआई का कर्नल सलीम भी मारा गया है।
जो भी हो जब तक आधिकारिक सच्चाई सामने नहीं आ जाती तब तक कुछ भी मान लेना जल्दबाजी होगी। विभिन्न मीडिया संस्थान पाकिस्तान की तरफ से इसकी आधिकारिक पुष्टि के लिए टकटकी लगाए हुए हैं।