पुलवामा में हुए फिदायीन हमले के जवाब में भारतीय वायु सेना की तरफ से बालाकोट में किए गए एयर स्ट्राइक की देश में काफी सराहना हुई। सारे विपक्षी दलों ने भी लगभग एक हफ्ते तक शांत होकर देश के साथ होने का ढोंग किया। मगर फिर अचानक से विपक्ष के कई नेताओं की तरफ से एयर स्ट्राइक का सबूत माँगा जाने लगा, जो कि काफी शर्म की बात है।
केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने इन नेताओं की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में कुछ लोग पाकिस्तान के टीवी चैनलों की टीआरपी के लिए काम कर रहे हैं। जेटली ने कहा कि नेताओं की इस हरकत से उन्हें पाकिस्तान के टीवी चैनलों में तो टीआरपी तो मिल जा रही है, लेकिन इससे देश का नुकसान हो रहा है।
बता दें कि अरूण जेटली ने ये बात देश की सुरक्षा से जुड़े मसलों पर चर्चा के लिए ‘आज तक’ द्वारा आयोजित विशेष ‘सुरक्षा सभा’ को संबोधित करते हुए कही। इस दौरान उन्होंने कहा, “सेना के मुखिया कह रहे हैं कि हमने टारगेट हिट किया और आप कहते हो कि झूठ बोल रहे हैं। क्या कोई जिम्मेदार देश या सेना अपने अभियान की डिटेल सार्वजनिक करता है? हमारा वहाँ इंटेलीजेंस था पाकिस्तान में, हम क्या उसको सार्वजनिक कर सकते हैं? इतना बड़ा सफल ऑपरेशन जिस पर एयर फोर्स सहित पूरा देश गर्व कर रहा है आप उनसे सबूत मांग रहे हो।”
अरूण जेटली ने कहा, “पाकिस्तान के लिए एयर स्ट्राइक की इससे बड़ी कीमत क्या होगी कि चीन और टर्की जैसे देश तटस्थ हैं। इस्लामिक देशों का संगठन ओआईसी भी आपकी बात नहीं सुन रहा। जब हमने स्ट्राइक किया तो हमने दुनिया को बताया नहीं, दुनिया को पहली सूचना सुबह 4:45 पर उनकी फौज ने दी।” इससे साफ जाहिर हो रहा है कि वहाँ की सरकार सेना चला रही है।