कई बार बड़े पद पर पहुँचने के बाद सोशल मीडिया पर बे-बुनियाद कुछ भी लिख देना बहुत महँगा पड़ सकता है। अगर यकीन न हो, तो दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के हालिया ट्वीट का ही उदाहरण ले लीजिए। इस ट्वीट में केजरीवाल ने अपनी पैठ बनाने के लिए और मोदी सरकार की साख मिट्टी में मिलाने के लिए एक ट्वीट किया।
इस ट्वीट में केजरीवाल ने लिखा, “29 साल का एक लड़का मिला। 24 साल की उम्र में उसने मोदी जी को वोट दिया था क्योंकि मोदी जी ने कहा था नौकरी देंगे। अभी तक बेरोज़गार है। ना नौकरी लगी, ना शादी हो रही। एक बार और मोदी जी को वोट दे दिया तो अगली बार तक 34 का हो जाएगा। तब तक बहुत देर हो जाएगी। इस बार दोबारा ग़लती मत करना।”
29 साल का एक लड़का मिला। 24 साल की उम्र में उसने मोदी जी को वोट दिया था क्योंकि मोदी जी ने कहा था नौकरी देंगे। अभी तक बेरोज़गार है। ना नौकरी लगी, ना शादी हो रही। एक बार और मोदी जी को वोट दे दिया तो अगली बार तक 34 का हो जाएगा। तब तक बहुत देर हो जाएगी। इस बार दोबारा ग़लती मत करना
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 18, 2019
केजरीवाल ने इस ट्वीट को करने से पहले शायद अंदाजा भी नहीं लगाया होगा कि इसके बदले उन्हें ट्विटर पर जनता की ओर से किस तरह की प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ेगा। बेरोज़गारी का हवाला देते हुए जो केजरीवाल ने एक आभासी लड़के की कहानी बताई, जिसका न कोई नाम था और न ही कोई पता। उसके बारे में पढ़कर कई लोगों ने उस लड़के के लिए उसी ट्वीट पर नौकरी का प्रस्ताव रख डाला। किसी ने केजरीवाल से उस लड़के की जानकारी माँगी तो किसी ने उस लड़के का नंबर पूछा।
I am willing to give him a job. Please send details.
— Vivek Agnihotri (@vivekagnihotri) March 18, 2019
गजब तो तब हुआ जब केजरीवाल, लड़के की बेरोज़गारी पर जनता को अटकाने का प्रयास करते रह गए और दिलीप कुमार नाम के शख्स ने उन्हें बताया कि उनकी पत्नी ने मोदी सरकार की स्टार्ट-अप इंडिया के तहत कंपनी शुरू की थी जिसमें अब तक 8 लोगों को नौकरी दी जा चुकी है। उन्होंने अपनी पत्नी की कंपनी में उस बेरोजगार लड़के को नौकरी देने की इच्छा रखी। और अंत में यह भी कहा कि जरूरत पड़ने पर वह अपनी पत्नी की कंपनी में उस लड़के को रख सकते हैं, लेकिन उसके लिए केजरीवाल के पास कोई बेरोज़गार भी तो होना चाहिए?
My wife registered a company under the startup india scheme and is currently employing about 8 others. Can add one more if required. So send me the CV. But then that berozgar shud exist for kejri to send the CV! Kejri’s fantasies!
— Chowkidar Dilip Kumar (@gracefullydk) March 18, 2019
केजरीवाल के इस ट्वीट पर एक लड़की का भी ट्वीट आया, जिसमें लड़की ने उनकी बात पर काउंटर करते हुए बताया कि वो 18 साल की थी जब मोदी सरकार को वोट दिया था। उसके बाद उसे कॉलेज में स्कॉलरशिप भी मिल गई और नौकरी भी लग गई। साथ ही उस लड़की के साथ स्कूल में पढ़ने वाले सभी लोगों की नौकरियाँ लग गई या कोई अपना व्यवसाय कर रहा है, सिर्फ़ उन्हें छोड़ कर जो कुछ नहीं करना चाहते। लड़की ने यह सब लिखने के बाद कहा कि, सोच लो किसे वोट दूँगी!
18 साल की थी जब मोदी जी को वोट दिया था।
— Kanupriya (@kanupriiya) March 18, 2019
उसके बाद कॉलेज में स्कालरशिप भी मिल गयी। नौकरी भी लग गयी।
स्कूल में साथ पढ़ने वाले सभी लोगो की नौकरी लग गयी या बिज़नेस कर रहे हैं, सिर्फ उन्हें छोड़ कर जो कुछ नहीं करना चाहते।
सोच लो किसे वोट दूंगी!
चुनाव जीतने के लिए जो हथकंडा केजरीवाल ने आजमाया वो इस बार उन पर ही महंगा पड़ गया, लोग मोदी के ख़िलाफ़ जाने की जगह उनकी ही चुटकी लेने लगे। एक शख्स ने तो केजरीवाल के लिए जनता की राय का वीडियो बनाकर ही पोस्ट कर दिया। इस ट्वीट में उन्हें सदी का सबसे बड़ा ठग, मक्कार, धोखे़बाज, फ्रॉड 420 तक कह दिया गया।
आज मुझे दिल्ली के कुछ लोग मिले थे,
— Chowkidar Jay® (@SaffronJay) March 18, 2019
जब मैंने उनसे फर्जीवाल के 4 साल के काम काज के बारे पूछा तो सुनो उन्होंने क्या कहा
.
सदी के सबसे बड़े ठग, मक्कर,धोखेबाज
फ्रॉड, 420 फर्जीवाल की कहानी दिल्ली की जनता की जुबानी @ArvindKejriwal @msisodia @SatyendarJain#KejriwalBhagaoDelhiBachao pic.twitter.com/9DuIqqHYVk
केजरीवाल का मुख्यमंत्री पद पर बैठकर ऐसी ओछी राजनीति करना, बेहद हास्यास्पद है। प्रधानमंत्री के किए वादों का स्मरण जिन केजरीवाल को है, वो हर बार अपनी ही बात से मुकरने के लिए विख्यात पहचान बना चुके हैं। जिसकी वजह से वो जनता की ऐसी प्रतिक्रियाओं का आधार बनते हैं। बच्चों की कसम खाने वाले केजरीवाल 45 साल की उम्र में कहते थे कि मुख्यमंत्री बनने के लिए कभी कॉन्ग्रेस से गठबंधन नहीं करेंगे, लेकिन वही केजरीवाल 51 की उम्र तक पहुँचते हुए कॉन्ग्रेस से गठबंधन के लिए लालायित दिखाई पड़ते हैं। ऐसे में कौन समझाए कि सवाल उठाने के लिए जनता को तथ्य केजरीवाल ने ही उपलब्ध कराए हैं।
51 साल का एक आत्ममुग्ध बौना मिला। 45 साल की उम्र में उसने कहा था कि बच्चों की कसम खाता हूं राजनीति नहीं करूँगा, ना कांग्रेस से गठबंधन करेंगे ना BJP से।अब वो कांग्रेसी थूक चाटना चाहता है। एक बार और उसे वोट दिया तो पाक से गठबंधन करेगा। बहुत देर हो जायेगी। इस बार दोबारा गलती मत करना pic.twitter.com/yY2HF0hDZY
— अश्वत्थामा (@iashwathama) March 18, 2019
सीएम अरविंद केजरीवाल के लिए जरूरी है कि वह अब 5 साल पूरे होने से पहले अपने पद की गरिमा को समझ लें, और अगले चुनाव होने तक ऐसे गलीच किस्म की राजनीति से खुद को दूर करें, क्योंकि उन्होंने अपने कार्यकाल में ‘क्या-क्या’ किया है, वो जनता अच्छे से जान और समझ चुकी है। अब बहका पाना मुश्किल है, इसमें किसी प्रकार का आंतरिक सर्वेक्षण मदद नहीं कर पाएगा।