कोल्लम की पुलिस टीम मार्च 18, 2019 दोपहर अपहरण की गई राजस्थानी लड़की को ओचिरा ले आई है। टीम ने उसे मंगलवार (मार्च 26, 2019) को मुंबई के पनवेल में मुख्य आरोपित मुहम्मद रोशन के साथ पाया।
रोशन पर फिलहाल नाबालिग लड़की का अपहरण करने का आरोप है, यदि इसे यौन शोषण के साथ लगाया जाता है तो मामला गंभीर हो सकता है। रोशन को पनवेल की एक अदालत के सामने पेश किया गया और ट्रांजिट वारंट के तहत सड़क मार्ग से कोल्लम लाया गया।
मोहम्मद रोशन ने 3 अन्य साथियों के साथ मिलकर लड़की का 18 मार्च को ओचिरा में उसके किराए के घर से अपहरण कर लिया था। हालाँकि, लड़की ने पुलिस को बताया कि वह पिछले दो वर्षों से रोशन के साथ प्यार में थी और उसके साथ ही जीना चाहती है।
जबकि, पुलिस का कहना है कि लड़की नाबालिग है, मोहम्मद रोशन के रिश्तेदारों ने आरोप लगाया है कि लड़की के परिवार ने उसकी उम्र पर पुलिस को गुमराह किया था और वह नाबालिग नहीं थी।
पुलिस को उस लड़की के स्कूल ट्रांसफर सर्टिफिकेट की एक प्रति मिली, जिसमें उसकी जन्मतिथि सितंबर 2001 दर्ज की गई है, जिससे साबित होता है कि वह नाबालिग है। पुलिस राजस्थान के रामपुरा में उसके स्कूल का दौरा करेगी, जहाँ उसके बारे में अधिक जानकारी एकत्र की जा सकेगी।
चूँकि, अगवा की गई लड़की की उम्र सर्टिफिकेट अनुसार 18 वर्ष से कम हो गई है, इसलिए पुलिस सभी 4 आरोपितों को यौन अपराध से संरक्षण अधिनियम (PoCSO) अधिनियम, 2012 की धाराओं के साथ कार्रवाई करने पर विचार कर रही है। इस मामले में पेइन्कुझी के बिपिन (20), ओचिरा के मेमना साउथ के कानाट्टा के मुहम्मद रोशन (21) चांगंकुलंगरा के 20 साल के पियारी आरोपित हैं।
पुलिस के मुताबिक, मुहम्मद रोशन बच्ची को कोच्चि से ट्रेन में बेंगलुरु और फिर मुंबई ले गया था। पुलिस टीम ने आरोपितों को एक रिश्तेदार द्वारा मुंबई में उन्हें ट्रेस करने के लिए किए गए फोन कॉल द्वारा ट्रैक किया था। पुलिस टीम ने मुंबई में उन्हें पकड़ने से पहले राजस्थान और बेंगलुरु में जोर शोर से तलाशी की थी।
एक राजस्थानी दंपति की बेटी का मोहम्मद रोशन के नेतृत्व में एक गिरोह द्वारा कथित रूप से अपहरण कर लिया गया था। 18 मार्च की रात 10 बजे के आसपास एक किराए की कार में लड़की के माता-पिता की पिटाई की गई थी और उसके बाद नाबालिग लड़की का अपहरण कर लिया गया था।
राजस्थान का परिवार पिछले दो साल से ओचीरा में रह रहा है और रास्ते में मिट्टी की मूर्तियाँ बेचता है। आजकल वे ओचिरा-वलियाकुलंगारा क्षेत्र में अपनी मूर्तियाँ बेच रहे थे।