प्रोपेगेंडा वेबसाइट ‘ऑल्टन्यूज़’ के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर ने एक फिर भ्रामक वीडियो पोस्ट कर लोगों में हिन्दू-घृणा को स्थापित कर हिन्दुओं को भी ‘कट्टरपंथी’ साबित करने का बचकाना प्रयास किया है। मोहम्मद जुबैर ट्विटर पर तनिष्क विवाद का फायदा उठाते हुए यह साबित करने का प्रयास करते देखा गया कि लोग ‘जय श्री राम’ का नारा लगाकर तनिष्क के शोरूम पर हमला करने की प्लानिंग कर रहे हैं या फिर तनिष्क स्टोर में मौजूद लोगों को डराने का प्रयास कर रहे हैं।
मोहम्मद जुबैर ने तनिष्क इंदौर के एक शोरूम का वीडियो ट्वीटर पर शेयर किया। वीडियो शेयर करते हुए जुबैर ने लोगों को गुमराह करने की कोशिश की। जुबैर ने सोशल मीडिया यूजर्स को यह बताने की कोशिश की किस तरह हिंदू एक विज्ञापन की वजह से तनिष्क शोरूम में काम कर रहें लोगों को प्रताड़ित कर रहें और शोरूम में घुसकर नारेबाजी कर रहे हैं। जबकि मामला इसके बिलकुल विपरीत है।
Tanishq store in Indorepic.twitter.com/ZQmW5wzoGu
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) October 16, 2020
ट्विटर पर शेयर पहले वीडियो में आप देख सकते है की शोरूम के अंदर कर्मचारी आपस में बात कर रहे हैं। वहीं, पीछे से ‘जय श्री राम’ के नारों की आवाज आ रही है। मोहम्मद जुबैर द्वारा शेयर किए गए वीडियो को देख कर हर किसी के मन में पहली बात यही आएगी कि ‘जय श्री राम’ का नारा लगा रहे हिंदू तनिष्क स्टोर के बाहर आक्रामक प्रदर्शन कर रहे हैं और शोरूम में मौजूद सभी लोगों पर हावी हो रहे हैं। जबकि दूसरी ओर नजारा बिलकुल विपरीत है।
दरअसल लोग प्रदर्शन तो कर रहे हैं, लेकिन जिस तरह हिन्दुओं को निशाना बनाते हुए मोहम्मद जुबैर ने अपने वीडियो के जरिए दर्शाया, वैसे नहीं। जुबैर के ही पोस्ट पर ‘बेफिटिंग फैक्ट’ नाम से एक ट्विटर यूजर ने तनिष्क शोरूम के बाहर हो रहे प्रदर्शन का वीडियो पोस्ट किया।
इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि किस तरह कुछ लोग शोरूम के बाहर जमीन पर बैठकर शांतिपूर्ण तरीके से सिर्फ जय श्री राम का नारा लगा रहे हैं। इस वीडियो से अंदाजा लगा सकते है कि प्रोपेगेंडा वेबसाइट ‘ऑल्टन्यूज़’ के सह-संस्थापक और कथित फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर ने सिर्फ ‘जय श्री राम’ के नारे के जरिए लोगों के बीच हिन्दुओं को भी ‘आक्रामक’ साबित कर उनके खिलाफ नफरत पैदा करने का एक और विफल प्रयास किया है।
So violent 😐pic.twitter.com/7P6aDZistO
— Facts (@BefittingFacts) October 16, 2020
तनिष्क के विज्ञापन से शुरू हुआ विवाद
तनिष्क के विज्ञापन में एक हिंदू महिला की गोदभराई की रस्म को दिखाया गया था। इस लड़की की शादी मुस्लिम परिवार में हुई थी। इसमें हिंदू संस्कृति को ध्यान में रखते हुए मुस्लिम परिवार सभी रस्मों रिवाजों को हिंदू धर्म के हिसाब से करता दिखाया गया था।
विज्ञापन को लव जिहाद को बढ़ावा देने के आरोप लगने और सोशल मीडिया पर तनिष्क के बहिष्कार की अपीलों के बाद कंपनी ने विज्ञापन को वापस ले लिया। कुछ इसी तरह का विवाद होली के दौरान सर्फ एक्सेल के एक विज्ञापन को लेकर भी हुआ था।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले वामपंथी मीडिया चैनल एनडीवी ने ब्रेकिंग चलाते हुए दावा किया था कि तनिष्क विवाद के चलते गुजरात के गाँधीधाम में तनिष्क के एक स्टोर पर हमला हुआ है। एनडीटीवी के मुताबिक, हमलावरों की भीड़ ने कथित तौर पर स्टोर मैनेजर को माफी पत्र लिखने के लिए कहा था।
वहीं गुजरात के गृहमंत्री ने इसका खंडन करते हुए कहा था, “NDTV द्वारा गाँधीधाम (गुजरात) के तनिष्क स्टोर पर हमले की फैलाई गई खबरें पूर्णतः झूठ और फ़र्ज़ी हैं। यह बिलकुल ही गलत मंशा से गुजरात में कानून-व्यवस्था बिगाड़ने और हिंसा भड़काने के उद्देश्य से किया गया कार्य है। मैंने इन लोगों पर मामला दर्ज करने को कहा है और फेक न्यूज चलाने वालों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं।”