प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (अक्टूबर 27, 2020) को गुजरात के विभिन्न हिस्सों में एक के बाद एक कर के कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए अपने गृह राज्य में 3 बड़ी परियोजनाओं को जनता को सुपुर्द किया। उन्होंने गुजरात के किसानों को ‘सूर्योदय योजना’ का तोहफा दिया। साथ ही जूनागढ़ जिले में गिरनार रोपवे और अहमदाबाद स्थित यूएन मेहता हृदयरोग संस्थान और शोध केंद्र से संबंद्ध बच्चों के हृदयरोग से संबंधित अस्पताल का उद्घाटन भी किया।
किसानों को रात की बजाए अब सुबह यानी 5 बजे से लेकर रात 9 बजे के दौरान तीन फेज बिजली देने का निर्णय लिया गया है। बता दें कि गिरनार रोप-वे के शुरू होने से गिरनार पर्वत के ऊपर बने मंदिर के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को 10,000 सीढ़ियाँ नहीं चढ़नी पड़ेंगी। वहीं यूएन मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी का 470 करोड़ रुपए की लागत से निर्माण हो रहा है, जहाँ बिस्तरों की संख्या 450 से बढ़कर 1251 होने वाली है। ये भारत का सबसे बड़ा हृदय रोग अस्पताल होगा।
इस दौरान गुजरात की जनता को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि किसानों को रात के बजाए जब सुबह, यानी 5 बजे से लेकर रात 9 बजे के दौरान थ्री फेज बिजली मिलेगी, तो ये नया सवेरा ही तो है। उन्होंने गुजरात की विजय रुपानी सरकार को बधाई देते हुए कहा कि बाकी व्यवस्थाओं को प्रभावित किए बिना, ट्रांसमिशन की बिल्कुल नई कैपेसिटी तैयार करके ये काम किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत अगले 2-3 वर्षों में लगभग साढ़े 3 हज़ार सर्किट किलोमीटर नई ट्रांसमिशन लाइनों को बिछाने का काम किया जाएगा। साथ ही आने वाले कुछ दिनों तक हज़ार से ज्यादा गाँवों में ये योजना लागू भी हो जाएगी, जिनमें से अधिकतर आदिवासी बाहुल्य इलाकों में हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात ने बिजली के साथ सिंचाई और पीने के पानी के क्षेत्र में भी शानदार काम किया है।
साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने याद दिलाया कि गुजरात में पानी की क्या स्थिति थी। उन्होंने ध्यान दिलाया कि बीते दो दशकों के प्रयासों से आज गुजरात उन गाँवों तक भी पानी पहुँच गया है, जहाँ कोई पहले सोच भी नहीं सकता था। बकौल पीएम नरेंद्र मोदी, बीते दो दशकों में गुजरात ने आरोग्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व काम किया है। चाहे वो आधुनिक अस्पतालों का नेटवर्क हो, मेडिकल कॉलेज हों, गाँव-गाँव को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं से जोड़ने का बहुत बड़ा काम किया गया है। उन्होंने कहा:
“आयुष्मान भारत योजना के तहत गुजरात के 21 लाख लोगों को मुफ्त इलाज मिला है। सस्ती दवाएँ देने वाले सवा 5 सौ से ज्यादा जन औषधि केंद्र गुजरात में खुल चुके हैं। इसमें से लगभग 100 करोड़ रुपए की बचत गुजरात के सामान्य मरीज़ों को भी हुई है। गिरनार पर्वत पर माँ अंबे भी विराजती हैं, गोरखनाथ शिखर भी है, गुरु दत्तात्रेय का शिखर है और जैन मंदिर भी है। यहाँ की सीढ़ियाँ चढ़कर जो शिखर पर पहुँचता है, वो अद्भुत शक्ति और शांति का अनुभव करता है। अब यहाँ विश्व स्तरीय रोप-वे बनने से सबको सुविधा मिलेगी, दर्शन का अवसर मिलेगा। इस नई सुविधा के बाद यहाँ ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालु आएँगे, ज्यादा पर्यटक आएँगे। आज जिस रोप-वे की शुरुआत हुई है, वो गुजरात का चौथा रोप-वे है। बनासकाँठा में अंबाजी के दर्शन के लिए, पावागढ़ में, सतपूड़ा में तीन और रोप-वे पहले से काम कर रहे हैं।”
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi ने आज गिरनार में रोपवे का शुभारंभ किया।
— BJP (@BJP4India) October 24, 2020
यह रोपवे श्रद्धालुओं व पर्यटकों को 2.3 किलोमीटर की दूरी केवल 7.5 मिनट में तय कर माउंट गिरनार की चोटी तक पहुंचने में सक्षम करेगा। #GujaratGrowthStory pic.twitter.com/pgWwOr7Eru
प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि अगर गिरनार रोप-वे कानूनी उलझनों में नहीं फँसा होता, तो लोगों को इसका लाभ बहुत पहले ही मिलने लग गया होता। उन्होंने इस पर सोच-विचार करने पर बल दिया कि जब लोगों को इतनी बड़ी सुविधा पहुँचाने वाली व्यवस्थाओं का निर्माण, इतने लंबे समय तक अटका रहेगा, तो लोगों का कितना नुकसान होता है। शिवराजपुर बीज को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि इसे Blue Flag certification मिला है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ऐसे स्थलों को विकसित करने पर वहाँ पर्यटक आएँगे और अपने साथ रोजगार के नए अवसर भी लाएँगे। सरदार पटेल स्टैच्यू ऑफ यूनिटी अब कितना बड़ा टूरिस्ट अट्रेक्शन बन रही है, इस तरफ भी पीएम मोदी ने ध्यान दिलाया। बता दें कि गिरनार में लगभग 2.13 किलोमीटर की दूरी तय कर लोग रोपवे से मंदिर तक का सफर आठ मिनट में पूरा कर सकते हैं और प्रति घंटे 800 यात्री लाए-जाए जा सकते हैं।