Wednesday, June 26, 2024
Homeविविध विषयअन्यअर्जेंटीना ने मैच जीता, भारतीय लड़कियों ने दिल: सेमीफाइनल में 2-1 से हारने के...

अर्जेंटीना ने मैच जीता, भारतीय लड़कियों ने दिल: सेमीफाइनल में 2-1 से हारने के बाद भी हो रही महिला हॉकी टीम की तारीफ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीम की सराहना करते हुए ट्वीट किया, "एक चीज जिसे हम टोक्यो ओलंपिक में याद रखेंगे, वह है हमारी हॉकी टीमों का शानदार प्रदर्शन। आज हमारी महिला हॉकी टीम ने धैर्य के साथ खेला और शानदार कौशल दिखाया। टीम पर गर्व है। आगे के खेल और भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएँ।"

टोक्यो ओलंपिक्स 2020 में ऑस्ट्रेलिया को हराकर सेमीफाइनल्स में एंट्री लेने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम पहले ही हर किसी के दिल में उतर चुकी थीं, लेकिन आज अर्जेंटीना से उनके मुकाबले के बाद जो मायूसी उनके चेहरों पर दिखी उसने सबको निराश कर दिया। ये मायूसी सिर्फ सेमीफाइनल में 2-1 से पिछड़ जाने की थी, क्योंकि उनकी कोशिशें तो ऐसी थी कि जिसने सभी का दिल जीत लिया।

मैच के शुरुआती 5 मिनट में ही भारतीय टीम ने अपना दबदबा कायम कर लिया था। सबसे पहले गुरजीत कौर ने पेनल्टी कॉनर्र को गोल में बदलकर भारतीय टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई। हालाँकि मैच के दूसरे क्वार्टर में अर्जेंटीना ने वापसी की। अर्जेंटीना की कप्तान मारिया बैरियोन्यूवो ने 18वें मिनट में एक पेनल्टी को गोल किया और मुकाबला बराबरी पर पहुँच गया। 

इसके बाद भारत को तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन टीम को उसका फायदा नहीं हुआ। तीसरे क्वार्टर में मारिया बैरियोन्यूवो ने अर्जेंटीना को बढ़त दिलाने के लिए फिर एक और पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला। इसी गोल के साथ उन्होंने बढ़त बनाई और जो मैच शुरुआत में भारत के हिस्से नजर आ रहा था वह अंत तक पूरा पलट गया। इस मैच में भारतीय डिफेंडरों ने अच्छा खेला। अब आगे कास्य पदक के लिए टीम 6 अगस्त को मैच खेलेगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुकाबले के बाद ट्वीट कर टीम के संघर्ष की सराहना की। उन्होंने ट्वीट किया, “एक चीज जिसे हम टोक्यो ओलंपिक में याद रखेंगे, वह है हमारी हॉकी टीमों का शानदार प्रदर्शन। आज हमारी महिला हॉकी टीम ने धैर्य के साथ खेला और शानदार कौशल दिखाया। टीम पर गर्व है। आगे के खेल और भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएँ।”

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘बड़ी संख्या में OBC ने दलितों से किया भेदभाव’: जिस वकील के दिमाग की उपज है राहुल गाँधी वाला ‘छोटा संविधान’, वो SC-ST आरक्षण...

अधिवक्ता गोपाल शंकरनारायणन SC-ST आरक्षण में क्रीमीलेयर लाने के पक्ष में हैं, क्योंकि उनका मानना है कि इस वर्ग का छोटा का अभिजात्य समूह जो वास्तव में पिछड़े व वंचित हैं उन तक लाभ नहीं पहुँचने दे रहा है।

क्या है भारत और बांग्लादेश के बीच का तीस्ता समझौता, क्यों अनदेखी का आरोप लगा रहीं ममता बनर्जी: जानिए केंद्र ने पश्चिम बंगाल की...

इससे पहले यूपीए सरकार के दौरान भारत और बांग्लादेश के बीच तीस्ता के पानी को लेकर लगभग सहमति बन गई थी। इसके अंतर्गत बांग्लादेश को तीस्ता का 37.5% पानी और भारत को 42.5% पानी दिसम्बर से मार्च के बीच मिलना था।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -