Sunday, September 8, 2024
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‘माता की कृपा से मिला ब्रॉन्ज’: कनक दुर्गा मंदिर पहुँच पीवी सिंधु ने माँगा 2024 ओलंपिक में गोल्ड का आशीर्वाद

मंदिर के कार्यकारी अधिकारी भ्रमरम्बा ने वैदिक मंत्रों के उच्चारण के बीच सिंधु को उपहार स्वरूप माता कनक दुर्गा की तस्वीर, प्रसादम और सिल्क के वस्त्र प्रदान किए।

टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु दो ओलंपिक खेलों में मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। उन्होंने साल 2016 में रियो में आयोजित ओलंपिक खेलों में भी सिल्वर मेडल जीता था। टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल के लिए खेले गए मुकाबले में उन्होंने चीन की ही बिंगजिआओ को 21-13, 21-15 से हराया।

अपनी इस ऐतिहासिक जीत के बाद शुक्रवार (06 अगस्त 2021) को सिंधु विजयवाड़ा के कनक दुर्गा मंदिर गई जहाँ उन्होंने 2024 में होने वाले ओलंपिक में गोल्ड मेडल के लिए प्रार्थना की।

मंदिर पहुँचने पर सिंधु का ‘पूर्ण कुंभ स्वागत‘ किया गया जो वहाँ की परंपरागत स्वागत प्रथा है। मंदिर के कार्यकारी अधिकारी भ्रमरम्बा ने वैदिक मंत्रों के उच्चारण के बीच सिंधु को उपहार स्वरूप माता कनक दुर्गा की तस्वीर, प्रसादम और सिल्क के वस्त्र प्रदान किए। मंदिर में दर्शन करने के बाद उन्होंने बताया कि उनका लक्ष्य 2024 में गोल्ड मेडल जीतना है उन्होंने माता से प्रार्थना की है ताकि वो अगली बार देश के लिए गोल्ड मेडल जीत सकें। सिंधु ने यह भी बताया कि टोक्यो जाने से पहले उन्होंने माँ दुर्गा के दर्शन किए थे और उन्हीं के आशीर्वाद से ब्रॉन्ज मेडल जीता।

इससे पहले देश के लिए गौरवशाली विजय प्राप्त करने के बाद सिंधु अपने घर पहुँची जहाँ परिवार ने उनका पारंपरिक रूप से स्वागत किया।

मेडल जीतने के बाद जब राज्य सरकार ने विजयवाड़ा में सिंधु का स्वागत किया था तो उन्होंने कहा था, “मुझे आज बहुत खुशी हो रही है। मैं अपने परिवार का आभार प्रकट करती हूँ क्योंकि वो हमेशा से साथ रहे। वो खुद भी बॉलीबॉल के खिलाड़ी रह चुके हैं।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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