अरुमनाई क्रिश्चियन एसोसिएशन (ACA) के सचिव और ईसाई पादरी अरुमनाई स्टीफेन के खिलाफ तमिलनाडु पुलिस ने एक विवाहित महिला के साथ गैंगरेप करने और उसकी रिकॉर्डिंग करने के आरोप में केस दर्ज किया है। पादरी के साथ इस अपराध में शामिल 7 अन्य लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। पादरी स्टीफेन को कन्याकुमारी में एक कार्यक्रम का आयोजन करने के लिए गिरफ्तार किया जा चुका है, जहाँ विवादास्पद कैथोलिक पादरी जॉर्ज पोनैया ने हिन्दुओं के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया था और हिन्दू देवी-देवताओं को अपशब्द कहे थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, तिरुवत्तुर जिले के वीयन्नूर की रहने वाली 36 वर्षीय महिला ने अरुमनाई स्टीफेन और उसके 7 अन्य साथियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। शिकायत में महिला ने कहा गया है कि आरोपितों ने नशीला ड्रिंक पिलाने के बाद उसके साथ गैंगरेप किया और इस कृत्य को रिकॉर्ड भी किया। महिला का आरोप है कि उसे फॉर्महाउस ले जाया गया, जहाँ उसका कई बार रेप हुआ है।
पीड़िता ने अप्रैल में भी शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन तब आरोपितों के डीएमके के साथ संबंधों के चलते कार्रवाई नहीं की गई थी। इसके बाद पुलिस के डर से एक आरोपित जैफरसन ने आत्महत्या कर ली थी। जब भड़काऊ भाषण के मामले में स्टीफेन को गिरफ्तार किया गया तब पीड़िता ने आगे आकर एक बार फिर स्टीफेन के खिलाफ शिकायत दर्ज की। पुलिस ने स्टीफेन, डीएमके के सदस्य जॉन ब्राइट, हेन्सलिन, जेबराज और अन्य आरोपितों के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज किया है।
ज्ञात हो कि तमिलनाडु के कन्याकुमारी में रोमन कैथोलिक पादरी जॉर्ज पोन्नैया को धार्मिक समूहों के बीच नफरत और दुश्मनी फैलाने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, डीएमके नेता एवं अन्य के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में द्रमुक की जीत ‘ईसाइयों और मुसलमानों द्वारा दी गई भीख’ थी।
उन्होंने पीएम मोदी के लिए कहा था, “नरेंद्र मोदी का आखिरी दिन सबसे दयनीय होगा। मैं लिखकर दे सकता हूँ। अगर जिन भगवान को हम पूजते हैं वो सच में जिंदा है तो इतिहास देखेगा कि मोदी और अमित शाह के सड़े शरीर को कुत्ते और कीड़े खाएँगे।” पोन्नैया के अलावा कार्यक्रम का आयोजन करने वाले अरुमनाई स्टीफेन के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया था।
इसके अलावा उन्होंने नागरकोली के भाजपा विधायक एम आर गाँधी पर तंज कसते हुए कहा था, “वो इसलिए चप्पल नहीं पहनते क्योंकि वो भारत माता को दर्द नहीं देना चाहते और हम लोग इसलिए चप्पल पहनते हैं ताकि हमारे पैर गंदे न हों और भारत माता के कारण हमें कोई बीमारी न हो।”
बता दें कि स्टेन स्वामी के निधन के बाद 18 जुलाई को कन्याकुमारी अरुमनई में ये सभा बुलाई गई थी। इस कार्यक्रम में बोलते हुए जॉर्ज पोन्नैया ने आरोप लगाया कि तमिलनाडु अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय और अल्पसंख्यक आयोग, अल्पसंख्यकों को प्रार्थना सभा आयोजित करने से मना कर रहे हैं।