बॉलीवुड में कहानीकार से गीतकार और फिर ट्विटर ट्रोल तक का सफर करने वाले जावेद अख्तर ने एक बार फिर से हिन्दू धर्म और भाजपा को लेकर अपनी खुन्नस निकाली है। अपनी ताज़ा ट्वीट में जावेद अख्तर ने कहा, “जहाँ एक तरफ सैकड़ों महिलाओं की ऑनलाइन बोली लगाई जा रही है, वहीं दूसरी तरफ धर्म संसद जैसे आयोजन किए जा रहे हैं। इनमें भारतीय सेना, पुलिस और जनता को लगभग 20 करोड़ लोगों के नरसंहार के लिए उकसाया जा रहा है।”
जावेद अख्तर ने कहा कि वो खुद सहित अन्य लोगों की इस पर चुप्पी से काफी चकित हैं, खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की। साथ ही जावेद अख्तर ने पूछा कि क्या यही ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ है? इससे पहले भी उन्होंने धर्म संसद और ऑनलाइन मुस्लिम महिलाओं की नीलामी के आरोप को जोड़ते हुए कहा था कि धर्म संसदों ने इसकी पुष्टि की है कि एक एक कायर से ज्यादा कोई दूसरों की पीड़ा में ख़ुशी लेने वाला और विकृत नहीं हो सकता है।
जावेद अख्तर ने दावा किया कि ऐसे लोगों के पास इतनी हिम्मत इसीलिए आती है, क्योंकि उन्हें सत्ता का संरक्षण प्राप्त है। इससे पहले उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री और कॉन्ग्रेस नेता कपिल सिब्बल के उस बयान को रीट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने हरिद्वार धर्म संसद के आरोपितों को UAPA के तहत गिरफ्तार करने की माँग की थी। सिब्बल ने पूछा था कि इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुप क्यों हैं? इससे पहले उन्होंने उर्दू भाषा की आलोचना पर भी आपत्ति जताई थी।
There is an online auction of hundred women There are so called Dharm Sansads , advising the army the police n the people to go for the genocide of almost 200 MLN Indians .I am appalled with every one ‘s silence including my own n particularly of The PM . Is this Sub ka saath ?
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) January 3, 2022
बता दें कि उत्तराखंड के हरिद्वार में आयोजित किए गए धर्म संसद में 2 FIR दर्ज की जा चुकी है, जिसमें डासना मंदिर के महंत नरसिंहानंद सरस्वती और वसीम रिजवी से जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी बने सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष का नाम शामिल है। दूसरे FIR में 10 नामजद हैं। इस आयोजन में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, महात्मा गाँधी और मुस्लिमों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के आरोप हैं। 5 सदस्यीय SIT इसकी जाँच कर रही है। हिन्दू महासभा की सचिव अन्नपूर्णा माँ और सिंधु सागर महाराज पर भी भड़काऊ बयान देने के आरोप लगे हैं।