प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार (11 जुलाई 2022) को नए संसद भवन की छत पर अशोक स्तंभ का अनावरण किया है। कांस्य से बने इस अशोक स्तंभ की लंबाई 6.5 मीटर है यानी 20 फीट से ज्यादा ऊँचा है। इसका वजन 9500 किलो है। बताया जा रहा है कि इस अशोक स्तंभ का निर्माण 8 चरणों की प्रक्रिया के बाद हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने फेसबुक पर अनावरण की तस्वीरें साझा की हैं।
इस खास मौके पर शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी और लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला समेत इस कार्य को सफलतापूर्वक पूरा करने वाले कर्मचारी भी मौजूद थे। इस स्तंभ को क्रेन की मदद से नए संसद भवन के ऊपर स्थापित किया गया है। अनावरण के बाद पीएम मोदी ने कर्मचारियों से बात भी की।
#WATCH | Delhi: PM Narendra Modi unveiled the 6.5m long bronze National Emblem cast on the roof of the new Parliament Building today morning. He also interacted with the workers involved in the work of the new Parliament. pic.twitter.com/6QfxBI1eMg
— ANI (@ANI) July 11, 2022
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अशोक स्तंभ को कुल 150 हिस्सों में तैयार किया गया था। इसे छत पर ले जाने के बाद असेंबल किया गया और फिर लगाया गया। अप्रैल के अंत में इनकी असेंबलिंग का काम शुरू किया गया था। इसमें करीब दो महीने का वक्त लगा है। सरकार ने भवन के लिए अक्टूबर 2022 की समय सीमा निर्धारित की थी और इस साल नए संसद भवन में शीतकालीन सत्र आयोजित करने का लक्ष्य रखा था।
गौरतलब है कि नए संसद भवन की इमारत पर भी तेजी से काम चल रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 10 दिसंबर 2020 को हिन्दू रीति-रिवाजों के तहत नए संसद भवन का भूमि पूजन किया था, जिसे लगभग 971 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जा रहा है। यह मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। मौजूदा संसद भवन करीब 93 साल पुराना है और इसमें कई कमियाँ हैं। नया संसद भवन आधुनिक सुविधाओं और सुरक्षा उपकरणों से लैस होगा। भूमिपूजन के बाद से ही कॉन्ग्रेस, टीएमसी सहित कई विपक्षी पार्टियाँ इसका विरोध कर रही हैं।
कॉन्ग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने कहा था, “नई इमारत की आधारशिला रखने का निर्णय हृदयहीन, संवेदनहीन और बेशर्मी से भरा है। खास कर ऐसे समय में जब देश आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है। बीजेपी लोगों को राहत देने के बजाय फालतू जुलूस निकाल रही है।”