पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Punjab CM Bhagwant Mann) को दिल्ली के अपोलो अस्पताल से गुरुवार (21 जुलाई 2022) को डिस्चार्ज कर दिया गया। भगवंत मान को मंगलवार की रात (19 जुलाई 2022) पेट में तेज दर्द की शिकायत हुई थी। उसके बाद उन्हें तत्काल दिल्ली लाकर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने कहा कि उन्हें इनफेक्शन हो गया है। हालाँकि, एक दिन अस्पताल में बिताने के बाद मान को डिस्चार्ज कर दिया गया।
इसके बाद से सोशल मीडिया पर AAP की पंजाब यूनिट द्वारा बीते दिनों शेयर किया गया वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह काली बेंई का जल पीते हुए दिख रहे हैं। ट्वीट में लिखा गया था, “मुख्यमंत्री भगवंत मान गुरु नानक साहिब की चरण स्पर्श वाली भूमि सुल्तानपुर लोधी में पवित्र जल पीते हुए। राज्यसभा सदस्य संत सीचेवाल जी ने पवित्र स्थान की सफाई का बीड़ा उठाया है।”
ਗੁਰੂ ਨਾਨਕ ਸਾਹਿਬ ਦੀ ਚਰਨ ਛੋਹ ਪ੍ਰਾਪਤ ਧਰਤੀ ਸੁਲਤਾਨਪੁਰ ਲੋਧੀ ਵਿਖੇ ਪਵਿੱਤਰ ਵੇਈਂ ਦਾ ਪਾਣੀ ਪੀਂਦੇ ਹੋਏ CM @BhagwantMann ਜੀ
— AAP Punjab (@AAPPunjab) July 17, 2022
ਪਵਿੱਤਰ ਵੇਈਂ ਨੂੰ ਸਾਫ਼ ਕਰਨ ਦਾ ਬੀੜਾ ਰਾਜ ਸਭਾ ਮੈਂਬਰ ਸੰਤ ਸੀਚੇਵਾਲ ਜੀ ਨੇ ਚੁੱਕਿਆ ਹੋਇਆ ਹੈ pic.twitter.com/4LnU0U66wQ
दरअसल, 17 जुलाई को प्रसिद्ध पर्यावरणविद् और राज्यसभा सांसद बाबा बलबीर सिंह सीचेवाल ने मुख्यमंत्री को काली बेईं की सफाई की 22वीं वर्षगांठ में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था। इस दौरान उन्होंने पंजाब के सुल्तानपुर लोधी में प्रदूषित नदी का एक गिलास पानी पिया था, जिसमें कस्बों और गाँवों का सीवेज बहता है। इस अवसर पर सीएम ने नदी की सफाई के लिए संत बाबा सीचेवाल के प्रयासों की जमकर सराहना भी की थी।
हालाँकि, कुछ दिनों बाद उन्हें इलाज के लिए दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ऐसे में कहा जा रहा है कि काली बेईं नदी का प्रदूषित पानी पीने की वजह से भगवंत बीमार हो गए हैं। सोशल मीडिया पर एक यूजर ने भगवंत मान के मजे लेते हुए लिखा, “नदी साफ कर दी साबित करने का स्टंट कर रहे थे। डायरिया करवा लिया।”
River clean kardi prove karne ka stunt kr rhe the. Diarrhea krwa liya 🥲😩 pic.twitter.com/vGobqDcICt
— Jahazi (@Oye_Jahazi) July 21, 2022
बाद में डिप्टी कमिश्नर अशोक कौरा (Deputy Commissioner Ashok Kaura) ने मीडियाकर्मियों से कहा कि बेईं में कई कस्बों और गाँवों का गंदा पानी बहता है। उन्होंने कहा कि वह सीएम को इसका पानी ना पीने की सलाह देने के लिए मौके पर मौजूद नहीं थे।