एक तरफ राज्य में लव जिहाद की घटनाओं में महिलाओं को जिंदा जलाया और मौत के घाट उतारा जा रहा था तो दूसरी तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भाई और दुमका के विधायक बसंत सोरेन अंडरगारमेंट खरीदने के लिए दिल्ली जा रहे थे। यह बात स्वयं मुख्यमंत्री के भाई ने कही है। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
बता दें कि दुमका में अंकिता नाम की एक नाबालिग छात्रा को शाहरुख नाम के शख्स ने अपने दोस्त के साथ मिलकर जिंदा जला दिया था। पाँच दिन तक अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझने के लिए अंतत: वह जंग हार गई थी। लेकिन, उस क्षेत्र के विधायक बसंत ना ही लड़की को देखने अस्पताल गए और ना ही मौत के बाद उस गाँव में पहुँचे।
जब दुमका के आदिवासी बेटी और बहन की हत्या होती है तो वहाँ के विधायक मुख्यमंत्री @HemantSorenJMM जी के प्यारे भाई बसंत सोरेन जी उन परिवारों से मिलने की बजाए अंडर गारमेंट्स खरीदने दिल्ली में मशगूल थे।@BJP4Jharkhand @blsanthosh @DilipSaikia4Bjp @yourBabulal @Sunil_Deodhar pic.twitter.com/3u9BN88s1Y
— Bhanu Pratap Shahi (@ShahiPratap) September 7, 2022
झारखंड मुक्ति मोर्चा के सुप्रीमो शिबू सोरेन के गाँव खजूरिया में एक प्रेस वार्ता आयोजित की गई थी। इस दौरान जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि राज्य में उथल-पुथल के बीच में वे दिल्ली क्यों चले गए थे। इस पर बसंत सोरेन ने कहा, “हाँ गए थे, एक्चुअली मेरे अंडरगारमेंट्स खत्म हो गए थे। अंडरगारमेंट्स लेने ही दिल्ली चला गया था।” पत्रकारों ने फिर पूछा कि क्या वे अंडरगारमेेंट दिल्ली से लाते हैं, तब उन्होंने कहा कि हाँ।
इतना ही नहीं, दुमका में पेट्रोल डालकर जलाई गई अंकिता के परिजनों से मिलने आए भाजपा नेताओं को उन्होंने निचले दर्जे का बताया। दुमका विधायक ने कहा कि बसंत सोरेन ने कहा कि किसी के घर में मौत हुई है और उसमें घटिया राजनीति करने के लिए लोग हेलीकॉप्टर से आते हैं और हेलीकॉप्टर से चले जाते हैं।
अपने भाई का बचाव करते हुए बसंत सोरेन ने कहा कि खनन घोटाला मामले में राज्यपाल की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा जो भी पत्र भेजा गया है, उसे अब तक सार्वजनिक क्यों नहीं किया गया। इससे हॉर्स ट्रेडिंग को बढ़ावा मिलता है।