पाकिस्तान के सिंध प्रांत में रविवार (9 अक्टूबर 2022) को एक मौलवी द्वारा हिंदू व्यक्ति का जबरन धर्मांतरण कराकर इस्लाम में परिवर्तित कराने का मामला सामने आया है।
धर्मांतरित किए गए व्यक्ति की पहचान अजय कुमार के रूप में हुई है। जमीयत उलमा-ए-सिंध के महासचिव मौलाना राशिद महमूद सूमरो ने सिंध के लरकाना शहर में जामिया इस्लामिया मस्जिद में अजय का जबरन धर्मांतरण कराया।
एएनआई ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि अजय का जब जबरन धर्मांतरण किया जा रहा तब वह दुःखी नजर आ रहा था।
वास्तव में, इस्लामिक देश पाकिस्तान हमेशा से ही अल्पसंख्यकों के लिए नर्क की तरह रहा है। वहाँ, हिंदू, सिख और ईसाइयों को लगातार प्रताड़ित किया जाता है। पाकिस्तान में, हिन्दुओं को न केवल धर्मांतरण बल्कि धार्मिक हिंसा और बलात्कार जैसे अनेकानेक तरीकों से प्रताड़ित किया जाता रहा है।
सिंध में हिंदुओं का सामूहिक धर्मांतरण
पिछले साल जुलाई में, ऑपइंडिया ने बताया था कि पाकिस्तान के सिंध प्रांत में सामूहिक रूप से 60 हिन्दुओं का धर्मांतरण किया गया था। अब्दुल रऊफ निजामनी नामक व्यक्ति ने यह सामूहिक धर्मांतरण करवाया था। धर्मांतरण के बाद उसने एक फेसबुक पोस्ट में, खुशी मनाते हुए लिखा था “अल्हम्दुलिल्लाह आज मेरी निगरानी में 60 लोग मुसलमान हुई हैं इनके लिए दुआ करें। (आज, मेरी निगरानी में 60 लोगों ने इस्लाम स्वीकार किया है। कृपया उनके लिए दुआ करें)।”
अब्दुल रऊफ निजामनी के फेसबुक प्रोफाइल के मुताबिक, वह पाकिस्तान के सिंध प्रांत के मतली में नगर समिति का अध्यक्ष है। उसके फेसबुक प्रोफाइल पर 4,275 फॉलोअर्स भी हैं।
अब्दुल रऊफ निजामनी द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो में, मौलवी को 60 हिंदुओं को कलमा (निष्ठा की इस्लामी शपथ) पढ़ाकर उनका धर्मांतरण कराते हुए देखा जा सकता है।
इसके अलावा, एक अन्य वीडियो में इस मौलवी को यह कहते हुए भी देखा जा सकता है कि यह धर्मांतरित हुए लोगों की पहली नमाज थी। उसने वीडियो में कहा है “एक मुसलमान के जीवन का एकमात्र उद्देश्य अल्लाह को खुश करना है। तभी आपके जीवन का उद्देश्य पूरा होगा।”
गौरतलब है कि पाकिस्तान में हिन्दुओं को प्रताड़ित करने और धर्मांतरण की खबरें आती रहती हैं। 28 अगस्त 2022 को सिंध के ही शाहदादपुर इलाके में एक 8 साल की लड़की को खालिद और दिलशेख नाम के आरोपितों ने बाढ़ राहत वस्तुएँ दिलाने के नाम पर अपहरण किया था और उसके साथ दुष्कर्म किया था। इसके अलावा जून 2022 में सिंध की ही रहने वाली करीना नाम की हिंदू लड़की का अपहरण कर लिया गया था। बाद में करीना ने कोर्ट में खलील नाम के व्यक्ति से जबरन निकाह का बयान देते हुए अपने परिवार के साथ रहने की इच्छा जताई थी।