राष्ट्रीय जाँच एजेंसी एएनआई (NIA) ने वाराणसी से आतंकी बासित कलाम सिद्दीकी (Basit Kalam Siddiqui) को पकड़ा है। वह इस्लामिक स्टेट (ISIS) से जुड़ा है। वह आतंकी हमले के लिए युवाओं की भर्ती और उन्हें ट्रेनिंग देने में लगा था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बासित आईएसआईएस के हैंडलर के संपर्क में था। ‘वॉयस ऑफ खुरासान’ पत्रिका के माध्यम से आतंकी संगठन के प्रोपेगेंडा को फैलाने में जुटा था। बासित महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों के साथ-साथ नागरिकों को निशाना बनाने के लिए विस्फोटक जुटा रहा था। एनआईए की टीम ने उसके ठिकानों से आईईडी और विस्फोटक बनाने से संबंधित हाथ से लिखे कई नोट्स, मोबाइल फोन, लैपटॉप, पेन-ड्राइव के अलावा कई आपत्तिजनक लेख भी बरामद किए हैं।
एनआईए ने छापेमारी के बाद एक बयान में कहा कि बासित कलाम सिद्दीकी की उम्र 24 साल है। वह कट्टरपंथियों को आईएसआईएस में भर्ती करने का काम करता था। एनआईए ने इस्लामिक स्टेट जम्मू-कश्मीर (आईएसजेके) के आमिर उमर निसार उर्फ कासिम खुरासानी समेत 6 आरोपितों को पकड़ा था। इनसे पूछताछ में जानकारी मिली थी कि ऑनलाइन पत्रिका ‘वॉयस ऑफ खुरासान’ के जरिए ये अपने एजेंडे का प्रचार करते थे।
बताया जा रहा है कि बासित कलाम ISIS के संचालकों के साथ लगातार संपर्क में था। वह आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट खुरासान (ISIS-K) की पत्रिका ‘वॉयस ऑफ खुरासान’ के माध्यम से ISIS के प्रचार, प्रसार और प्रकाशन में शामिल था। यही नहीं वह अफगानिस्तान में ISIS के अपने आकाओं के निर्देश पर विस्फोटक ‘ब्लैक पाउडर’ बनाने की कोशिश कर रहा था। साथ ही इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइसेस (आईईडी) में इस्तेमाल होने वाले घातक रासायनिक पदार्थों के उपयोग के बारे में जानकारी जुटा रहा था।