पिछले 8 महीने से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है, लेकिन किसी भी पक्ष की तरफ परिणाम अब तक नहीं आया है। इसी बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक परमाणु ड्रिल का निरीक्षण किया है, जिसके बाद दुनिया भर में हलचल तेज़ हो गई है। रूस की ‘स्ट्रेटेजिक न्यूक्लियर फोर्सेज’ ने ये ड्रिल किया। सुदूर पूर्व और आर्कटिक की तरफ बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों को भी लॉन्च किया गया। अमेरिका को इस ड्रिल के बारे में ‘न्यू स्टार्ट आर्म्स ट्रीटी’ के तहत पहले ही सूचित कर दिया गया था।
हालाँकि, रूस का ये वार्षिक न्यूक्लियर ड्रिल था, लेकिन यूक्रेन युद्ध के बीच इसे आयोजित किए जाने से तनाव बढ़ गया है। रूस ने आरोप लगाया है कि यूक्रेन अब युद्ध में ‘डर्टी बम’ का इस्तेमाल कर रहा है। ये एक प्रकार का ऐसा बम होता है, जिसे विस्फोटकों के साथ रेडियोएक्टिव मैटेरियल्स मिला कर बनाया जाता है। हालाँकि, पश्चिमी देश इस आरोप को झूठा बता रहे हैं। वहीं यूक्रेन का कहना है कि इस दावे से लगता है कि रूस खुद ऐसी कोई तैयारी कर रहा है।
जब रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था, उससे 5 दिन पहले भी न्यूक्लियर ड्रिल हुआ था। उधर उत्तर-पश्चिमी यूरोप में NATO भी ‘Steadfast Noon’ नामक सैन्य अभ्यास कर रहा है। इसमें 14 देश शामिल हैं। दक्षिणी और पूर्वी यूक्रेन में रूस अभी भी जमा हुआ है। रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने कहा है कि ये ड्रिल इसीलिए किया गया, ताकि अगर दुश्मन परमाणु हमला करे तो हम पूरी ताकत से परमाणु हथियारों से जवाब दे सकें।
Also pointed out that the nuclear option should not be resorted to by any side as the prospect of the usage of nuclear or radiological weapons goes against the basic tenets of humanity.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 26, 2022
उधर रूसी रक्षा मंत्री ने भारत के अपने समकक्ष राजनाथ सिंह से भी फोन पर बात की है। राजनाथ सिंह ने दो टूक कहा है कि परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किसी भी पक्ष द्वारा किसी भी कीमत पर नहीं किया जाना चाहिए और बातचीत के जरिए मामले को सुलझाना चाहिए। चूँकि यूक्रेन के पास परमाणु हथियार नहीं हैं, राजनाथ सिंह का ये सन्देश रूस और पश्चिमी देशों के लिए था। रूसी रक्षा मंत्री ने इस फोन कॉल पर ‘डर्टी बम’ की आशंका सहित युद्ध की अन्य स्थितियों के बारे में राजनाथ सिंह से बात की।