झारखंड इस्लामी कट्टरपंथियों का चारागाह बन चुका है। आए दिन यहाँ से लव जिहाद से लेकर देश विरोधी और समाज गतिविधियों की खबर आती रहती है। शुक्रवार (28 अक्टूबर 2022) को प्रदेश के साहेबगंज में कट्टरपंथियों की भीड़ ने माँ काली की शोभायात्रा पर पथराव कर दिया, जिसमें कई लोगों को गंभीर चोट आई है।
हालात को देखते हुए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा और वाटर कैनन का इस्तेमाल कर भीड़ को तितर-बितर करना पड़ा। हालाँकि, मामला अभी शांत है, लेकिन तनाव बना हुआ है। इसको देखते हुए इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है।
लोगों का कहना है कि शुक्रवार (28 अक्टूबर 2022) की रात को बम काली की प्रतिमा का विसर्जन गंगा नदी के बिजली घाट करने के लिए लेकर जा रहे थे। जैसे ही महिलाओं और पुरुषों की शोभायात्रा मुस्लिम बहुल इलाके एलसी रोड के बादशाह चौक पर पहुँचा, आसपास के घरों की छतों से जुलूस पर पथराव कर दिया गया।
इतना ही नहीं, इस दौरान महिलाओं को अपशब्द कहे जाने की बात कही जा रही है। इस पथराव में कई लोगों को गंभीर रूप से चोट लगी है। इनमें महिलाएँ भी शामिल हैं। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना की जानकारी मिलते ही कई थानों की पुलिस मौके पर पहुँची और वाटर कैनन का इस्तेमाल कर भीड़ को तितर-बितर किया है और स्थिति को संभाला। इसके बाद पुलिस की उपस्थिति में जुलूस वहाँ से आगे बढ़ा और विसर्जन के लिए गया। लॉकडाउन से पहले विसर्जन जुलूस में भी इसी स्थान पर पथराव किया गया था।
एसडीओ राहुल आनंद ने बताया कि दो गुटों में किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। विवाद बढ़ा तो मारपीट होने लगी। युवकों का दूसरा गुट एलसी रोड इलाके का ही था। उसके पक्ष में कुछ अन्य लोग भी आ गए थे। लोगों को समझाकर शांत किया गया है।
वहीं, कोतवाली थाने के पुलिस अधिकारी रुपल कुमार ने ऑपइंडिया को बताया कि मामला दो समुदायों के बीच का है। पथराव के बाद बिगड़े हालात को नियंत्रित कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में किसी गिरफ्तारी नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि घटना में शामिल लोगों के पहचान की कोशिश की जा रही है।