बिहार के पूर्णिया जिले में गुरुवार (24 नवंबर, 2022) को हिन्दू समाज की एक लड़की को फराज नाम के युवक द्वारा बहला-फुसला कर ले जाने का मामला आने के बाद पीड़ित परिवार ने पुलिस पर गंभीर इल्जाम लगाए। परिवार ने कहा कि स्थानीय थानेदार मेराज हुसैन आरोपित को बचाने की कोशिश कर रहा है। उनकी नाबालिग लड़की अभी तक बरामद नहीं हुई है। वहीं इस मामले पर थाना प्रभारी ने कहा है कि वो लोग नियमानुसार कार्रवाई कर रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपित के अब्बा और भाई को पूछताछ के लिए पुलिस ने हिरासत में लिया था। बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। पीड़ित परिजनों का कहना है कि फराज के भाई ने उनके साथ बदतमीजी की है। इसी के साथ उन्होंने आगे बताया कि थाने में प्रभारी ने आरोपित से वीडियो कॉल से बात भी की है, जिसमें फराज ने खुद को बेगुनाह बताया। बाद में लड़की के हैदराबाद में होने की जानकारी सामने आई। इस दौरान एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें लड़की फराज से 4 साल से अपने अफेयर की बात कह रही है।
पूर्णिया के बनमनखी में गरमाया लव जिहाद का मामला। फराह पर हिंदू लड़की के अपहरण का आरोप। pic.twitter.com/DR9vwcnniQ
— News18 Bihar (@News18Bihar) November 28, 2022
लड़की को बालिग दिखाने में जुटी पुलिस, आरोपित का कर रही बचाव: पीड़ित परिवार का आरोप
ऑपइंडिया ने इस मामले में लड़की के चाचा से बात की। उन्होंने हमें बताया कि पुलिस खुद कुछ करने के बजाए उनके परिवार द्वारा जमा की जा रही जानकारी पर काम कर रही है। उन्होंने हमें बताया कि आरोपित के परिजनों को थोड़ी देर थाने में बिठा कर रखा गया जिसे बाद में छोड़ दिया गया है। इसी के साथ उन्होंने बताया कि थाना प्रभारी आरोपित फराज की बातों पर विश्वास कर रहे हैं। उदहारण देते हुए उन्होंने बताया कि थाना प्रभारी मेराज हुसैन ने उन्हें आरोपित के लड़की के साथ विजयवाड़ा से दिल्ली आने की जानकारी दी लेकिन पूरी ट्रेन खोज लेने के बाद भी आरोपित का कहीं पता नहीं चल पाया।
इसी के साथ लड़की के चाचा ने आरोप लगाया कि पहले थानेदार उनकी भतीजी को बालिग बता रहे थे। मगर बाद में क्लास 10 के सर्टिफिकेट कोर्ट से मुहर लगवा कर उन्होंने लड़की के नाबालिग होने का सबूत दिया। आरोपित फराज के मोहल्ले को मुस्लिम बहुल बताते हुए उन्होंने कहा कि वहाँ हिन्दुओं की संख्या नाममात्र है। उनका कहना है कि पिछले 6 माह के अंदर उनके क्षेत्र में लव जिहाद की लगभग 3 घटनाएँ सामने आ चुकी हैं। फराज के परिजनों के बारे में बताते हुए लड़की के चाचा ने कहा कि उनके घर में किसी के भी चेहरे पर कोई शिकन या पछतावा नहीं दिख रहा है।
लड़की के चाचा का दावा है कि लड़की के बागडोगरा एयरपोर्ट पर पहुँचने के घंटे भर में ही वो सब थाने पहुँच गए थे। उनके अनुसार अगर उसी समय को ठोस कदम उठाया गया होता तो संभवतः लड़की मिल गई होती। फराज हैदराबाद में प्राइवेट नौकरी करता है। पीड़ित परिवार का आरोप है कि जब उन्होंने फराज के घर जा कर पूछताछ करने की कोशिश की तो उन्हें डाँट कर भगा दिया गया। फिलहाल पीड़ित परिवार की शिकायत पर पुलिस ने फ़राज़ के खिलाफ IPC की धारा 363, 365, 504 और 34 IPC के तहत FIR दर्ज कर ली है। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है।
पुलिस पर लग रहे आरोप गलत: थाना प्रभारी मेराज हुसैन
ऑपइंडिया ने इस मामले में पुलिस का पक्ष जानने के लिए थाना प्रभारी बनमनखी मेराज हुसैन से बात की। मेराज हुसैन ने हमें बताया कि लड़की को बरामद करने के लिए पुलिस टीमों का गठन किया गया है और उन्हें अलग-अलग स्थानों पर भेजा गया है। उन्होंने हमें बताया कि पुलिस पर लग रहे आरोप गलत हैं। इसी के साथ मेराज हुसैन ने हमें आगे बताया कि अब तक की जाँच में ये सामने आया है कि जिस दिन लड़की घर से निकली है उस दिन फराज हैदराबाद में था। थाना प्रभारी का कहना है कि ये जाँच के बाद ही पता चल पाएगा कि किसने लड़की की हैदराबाद तक पहुँचने में मदद की है।
लड़की और लड़के के विजयवाड़ा से दिल्ली की ट्रेन में होने वाले मुद्दे पर थाना प्रभारी का कहना है कि उस दिन लड़के का रिजर्वेशन ट्रेन में मौजूद है। मेराज हुसैन के मुताबिक लड़की की बरामदगी के बाद अगर मेडिकल में उसके साथ दुष्कर्म की पुष्टि होती है तब इस केस में IPC की धारा 376 और पॉक्सो एक्ट की वृद्धि की जाएगी। थाना प्रभारी का दावा है कि लड़की और लड़का पूर्व परिचित हैं और काफी पहले से बातचीत कर रहे हैं। लड़की को पहले नाबालिग बताने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पहले उन्हें जो कागज परिजनों द्वारा सौंपे गए थे उसमें लड़की बालिग थी।