उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रामनवमी के अवसर गुरुवार (30 मार्च 2023) को शोभायात्रा के दौरान विवाद की खबर है। यह विवाद एक मस्जिद के सामने से जुलूस निकलने के दौरान हुआ। इस विवाद में शामिल एक गाड़ी में तोड़फोड़ की गई है। पीड़ित पक्ष ने मुस्लिम महिलाओं द्वारा पत्थर फेंके जाने का आरोप लगाया है।
यह घटनाक्रम लखनऊ के थानाक्षेत्र जानकीपुरम विस्तार का है। इस भगवा यात्रा के संयोजक और भाजपा नेता कुलदीप सिंह राठौर से ऑपइंडिया ने बात की। कुलदीप सिंह ने बताया कि इस यात्रा के लिए उन्होंने अधिकारियों से अनुमति ली थी, फिर भी यात्रा अराजकता का शिकार हुई। उन्होंने आगे बताया कि घटना के समय यात्रा ठीक से शुरू भी नहीं हुई थी और अधिकतम 50 लोग ही जमा होकर आगे की तैयारी कर रहे थे।
कुलदीप सिंह ने कहा कि शोभा यात्रा में शामिल किसी व्यक्ति ने ना तो किसी स बहस की और न ही कोई विवाद हुआ। बकौल कुलदीप सिंह, जैसे ही शोभायात्रा शाही मस्जिद के आगे से निकलने लगी, वैसे ही छतों से महिलाओं ने पत्थर मारने शुरू कर दिए और नीचे नाबालिग लड़कों ने हमला कर दिया। इस दौरान पुरुषों के वयस्क हमलावरों की संख्या लगभग 20 बताई जा रही है।
शोभायात्रा में शामिल लोग कुछ समझ पाते, आरोपितों ने यात्रा में शामिल एक वाहन को तोड़ डाला। इतना ही नहीं, इसमें शामिल लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा भी गया। कुलदीप सिंह के एक साथी के सिर पर भी चोट लगने की जानकारी सामने आई है। विवाद के बाद टूटे वाहन की फोटो कुलदीप सिंह ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर भी की है।
थाने में कोई सुनवाई नहीं pic.twitter.com/hN05s2lvo5
— Kuldeep Singh RathOur🇮🇳 (@KuldeepBjpUP) March 30, 2023
पुलिस का जोर सिर्फ हम पर ही
कुलदीप सिंह जिस वक्त ऑपइंडिया से बात कर रहे थे, उस वक्त वे थाने में होने की बात कही थी। उन्होंने आरोप लगाया कि भगवा यात्रा में शामिल लगभग 7 लोगों को पुलिस ने कस्टडी में ले लिया है। इनमें कई बच्चे नाबालिग भी हैं। हमें बताया गया कि पुलिस वाले तमाम मिन्नतों के बाद भी उन लोगों को छोड़ नहीं रहे हैं।
भाजपा नेता ने यह भी दावा किया कि उनकी तरफ के नाबालिगों सहित लगभग 7 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जबकि हमलावरों की तरफ से केवल 2 लोगों को थाने में लाया गया है। पुलिस कार्रवाई से खुद को असंतुष्ट बताते हुए कुलदीप ने हमलावरों पर कार्रवाई और अपने साथियों की रिहाई की माँग की।
जानकीपुरम थाना के प्रभारी बृजेश त्रिपाठी ने कहा कि अभी किसी तरफ से तहरीर नहीं दी गई है। इसलिए आगे की कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि रामनवमी जुलूस में शामिल लोगों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है।
पिछली बार भी हुआ था विवाद
ऑपइंडिया से बात करते हुए कुलदीप सिंह ने आगे बताया कि पिछली बार की रामनवमी में भी मुस्लिम पक्ष ने हिन्दू पक्ष से विवाद किया था। तब गोली चल गई थी, लेकिन पुलिस बार-बार सिर्फ अज्ञात में FIR दर्ज करती है। उन्होंने समाजवादी पार्टी के पार्षद चाँद पर स्थानीय असामाजिक तत्वों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।
पुलिस ने दी कार्रवाई जारी होने की जानकारी
लखनऊ पुलिस के उत्तरी जोन के DCP कासिम आब्दी ने इस विवाद की वजह DJ पर हो रहे गाने को बताया। DCP ने मस्जिद के आगे कहासुनी को स्वीकार करते हुए दोनों पक्षों को थाने लाने की जानकारी दी है। मौके पर शांति बताते हुए उन्होंने कहा कि आगे की कार्रवाई जारी है।
थाना जानकीपुरम क्षेत्र में 2 पक्षों में कुछ विवाद हो गया था। पुलिस मौके पर पहुंची। सुमित नामक व्यक्ति गांव के कुछ लोगों के साथ डीजे पर गाना बजा रहा था और उनका काफिला जब शाही मस्जिद से निकला तो वहां कुछ लोगों ने आपत्ति की। इनके बीच आपस में कहासुनी हुई। दोनों पक्षों को थाने लाया… pic.twitter.com/Yq4Oks4zqX
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 30, 2023
थाने में लग रहे पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे
जब जुलूस में शामिल लोगों को पुलिस ने नहीं छोड़ा तब भाजपा नेता कुलदीप सिंह राठौर और भाजपा नेत्री किरन सिंह राठौर सहित कई थाने में ही धरने पर बैठ गए। किरन सिंह थाने से अपने फेसबुक से LIVE आईं। इस वीडियो में पुरुषों और महिलाओं को पुलिस कार्रवाई से नाराजगी जताते हुए प्रदर्शन करते देखा जा सकता है।
इस दौरान पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। थाना प्रभारी बृजेश त्रिपाठी लोगों को समझाने की कोशिश की। हालाँकि, लोग मानने को तैयार नहीं हुए। बाद में जुलूस में शामिल लोगों को छोड़ दिया गया। इसके बाद थाने में धरने पर बैठे लोग भी वापस चले गए।
एक अन्य LIVE विजुअल में हिन्दू संगठन के लोगों को पुलिस से बहस करते देखा जा सकता है। उस वीडियो में थाने में मौजूद एक भगवा वस्त्रधारी ने कहा, “हमेशा हिन्दू मारे जाते हैं।” सभी प्रदर्शनकारी हिरासत में लिए गए हिन्दुओं को छोड़ने और CCTV फुटेज के आधार पर आरोपितों की गिरफ्तारी की माँग कर रहे हैं।