दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कुख्यात गैंगस्टर दीपक बॉक्सर (Deepak Boxer) को गिरफ्तार कर लिया है। वह फर्जी पासपोर्ट बनाकर मेक्सिको पहुँच गया था। अमेरिकी जाँच एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) की मदद से वह मेक्सिको में पकड़ा गया और उसके बाद इस्तांबुल के रास्ते बुधवार (5 अप्रैल, 2023) सुबह उसे भारत वापस लाया गया। दीपक भारत में कई मामलों में वांटेड अपराधी है। दीपक बॉक्सर की गिरफ्तारी के लिए गृहमंत्री अमित शाह ने आदेश दिया था।
Deepak Boxer: Delhi’s most wanted #gangster arrested from #Mexico
— Business Standard (@bsindia) April 5, 2023
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गोल्ड मेडलिस्ट रह चुका है दीपक
कुख्यात गैंगस्टर दीपक पहल उर्फ बॉक्सर हरियाणा के सोनीपत का रहने वाला है। दीपक बॉक्सिंग में गोल्ड मेडलिस्ट रह चुका है। अपराध की दुनिया में बॉक्सर की एंट्री 2015 में हुई थी। गोगी गैंग से जुड़े अपराधी मोहित से हुई मुलाक़ात के बाद वह अपराध को अंजाम देने लगा। दीपक 2016 में बहादुरगढ़ में दिल्ली पुलिस कस्टडी से कुख्यात गैंगस्टर गोगी को छुड़ाने के बाद पहली बार चर्चा में आया था। इस दौरान उसने पुलिसकर्मियों पर गोलाबारी भी की थी, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
2018 में उसके गैंग पर मकोका के तहत कार्रवाई हुई थी, तभी से वह फरार था। इस दौरान वह लगातार आपराधिक वारदातों को अंजाम देता रहा। वह 10 मामलों में वांटेड अपराधी है। इनमें हत्या, हत्या का प्रयास और महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत अन्य अपराध शामिल हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, रोहिणी कोर्ट में कुख्यात गैंगस्टर जितेंद्र उर्फ गोगी की हत्या करवाने के बाद वह गोगी गैंग का मुखिया बन गया। यह गैंग लॉरेंस बिश्नोई की गैंग के साथ मिलकर काम करती थी। लॉरेंस बिश्नोई गैंग वही है, जो कई बार बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को जान से मरने की धमकी दे चुका है। दीपक बॉक्सर को विदेश भगाने में लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग ने अहम भूमिका निभाई। बिश्नोई चाहता था कि दीपक बाहर रहकर गैंग का कामकाज संभाले। 27 वर्षीय दीपक पहल विदेश से ही रंगदारी माँग रहा था।
कभी बॉक्सिंग में गोल्ड मेडलिस्ट रहा दीपक कैसे बना मोस्ट वांटेड गैंगस्टर? लॉरेंस बिश्नोई के इस साथी को एफबीआई की मदद से लाया गया भारत#deepak #boxer #mostwantedgangster #AajNEWJDekhaKya pic.twitter.com/D8JNyUEdec
— NEWJ (@NEWJplus) April 5, 2023
पकड़ने के लिए ऑपरेशन शुरू किया
स्पेशल सेल के स्पेशल सीपी एचजीएस धालीवाल ने बताया कि दिल्ली पुलिस के इतिहास में यह पहली बार है, जब संयुक्त पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मदद से मेक्सिको से एक भगोड़े अपराधी को भारत वापस लाया गया है। कोर्ट परिसर में उसके द्वारा अंजाम दिए गए हत्याकांड को लोगों ने ‘पाताल लोक’ में ‘हथौड़ा त्यागी (अभिषेक बनर्जी का किरदर)’ से भी जोड़ा था।
The Special Cell of #DelhiPolice was following him (gangster Deepak Boxer) for several months. There is no other bigger gangster in Delhi-NCR than this. Several teams have worked on this: HGS Dhaliwal, Special CP, Delhi Police
— TOI Delhi (@TOIDelhi) April 5, 2023
(ANI) pic.twitter.com/JADXHTmW3f
धालीवाल के मुताबिक, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को दीपक बॉक्सर की लोकेशन के बारे में गुप्त सूचना मिलने के बाद ऑपरेशन शुरू किया गया। बॉक्सर और उसके गिरोह के खिलाफ इस साल 16 मार्च को स्पेशल सेल पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था, जिसके तहत इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। इस मामले में यह तय किया गया था कि बॉक्सर का पता लगाया जाए और उसे दुनिया के किसी भी कोने से गिरफ्तार किया जाए। करीब एक हफ्ते तक बॉक्सर के सभी पुराने साथियों, गुर्गों और आपराधिक सहयोगियों के साथ निकट संबंधियों से गहन पूछताछ की गई। सभी को एक साथ सर्विलांस पर रखा गया। तब जाकर लगभग एक महीने बाद यह खुलासा हुआ कि वह नकली पासपोर्ट बनवाकर भारत से मेक्सिको भाग गया है। मेक्सिको पहुँचने से पहले अपराधी अलग-अलग देशों में जाकर रुका था।
ऐसे पकड़ा गया दीपक बॉक्सर
दिल्ली स्पेशल सेल के स्पेशल सीपी एचजीएस धालीवाल HGS Dhaliwal ने मंगलवार (4 अप्रैल, 2023) को प्रेस वार्ता में बताया था कि इसी साल जनवरी में दीपक बॉक्सर बरेली से रवि अंटिल नाम का फर्जी पासपोर्ट बनाकर कोलकाता से दुबई भाग गया था।
VIDEO | Delhi Police’s Special Cell team landed at Delhi’s IGI Airport with Deepak ‘Boxer’ (One of the most-wanted gangsters in national capital) earlier today. pic.twitter.com/45EBW4UPk6
— Press Trust of India (@PTI_News) April 5, 2023
उन्होंने बताया कि दुबई से होते हुए वो अलमाटी, कजाखस्तान और फिर तुर्की पहुँचा। यहाँ से वो स्पेन गया। कई अलग-अलग देशों की यात्रा करने के बाद आखिरकार वह मेक्सिको पहुँचा। उसकी लोकेशन कैनकुन सिटी में मिली थी। मेक्सिको का यह इलाका मानव तस्करों के अड्डे और ड्रग्स डीलिंग के लिए बदनाम है। बॉक्सर यहाँ से अमेरिका भागने वाला था। इस बीच दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के 2 अनुभवी अधिकारियों को मैक्सिको भेजा गया।
मैक्सिको पुलिस और एफबीआई की मदद से दीपक बॉक्सर को गिरफ्तार किया गया। वह पिछले 5 वर्षों के 10 सनसनीखेज मामलों में शामिल है। उसे भारत लाने के लिए मेक्सिको, अमेरिका और भारत की खुफिया एजेंसियों के साथ विदेश मंत्रालय और कई देशों के दूतावास ने दिल्ली पुलिस (Delhi Police) का साथ दिया।