पंजाब के अमृतसर में स्वर्ण मंदिर (Golden Temple) में एक युवती के साथ बदसलूकी का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो 17 अप्रैल 2023 का है। इसमें एक पुरुष और युवती को एक सिख व्यक्ति से भिड़ते हुए देखा जा सकता है। जब उस पुरुष ने सिख व्यक्ति से पूछा कि उसने गुड़िया को स्वर्ण मंदिर में प्रवेश करने से क्यों रोका तो वो बोला, “उसके चेहरे पर एक झंडा है।” जब लड़की ने कहा कि यह भारतीय झंडा है, तो सिख व्यक्ति ने कहा, “ये इंडिया नहीं पंजाब है।”
Pls share this reel as much as possible. This happened today at #goldentemple the sister was not allowed to enter because she had #indianflag🇮🇳 on her face, the man who stops her says this is not #India. pic.twitter.com/myezMOrYuF
— Balm (@Sharabh_Vishnu_) April 16, 2023
इस वीडियो की सोशल मीडिया पर काफी आलोचना होने के बाद शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने माफ़ी माँगी है। उन्होंने कहा कि बड़ी शर्म की बात है कि लोग ट्वीट कर रहे हैं। यहाँ देश-विदेश से जितने भी श्रदालु आते हैं, हम उनका आदर करते हैं। सिखों ने देश की आजादी में भी अहम भूमिका निभाई, लेकिन हर बार सिखों को ही निशाना बनाया जाता है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, SGPC महासचिव गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने कहा, “ये एक सिख तीर्थस्थल है। हर धार्मिक स्थल की अपनी मर्यादा होती है। हम सभी का स्वागत करते हैं। अगर किसी ने दुर्व्यवहार किया है, तो हम इसके लिए माफी माँगते हैं।” उन्होंने आगे कहा, “इस लड़की के चेहरे पर बना झंडा, राष्ट्रीय ध्वज नहीं था। इस झंडे में अशोक चक्र नहीं बना हुआ था, बल्कि यह किसी राजनीतिक पार्टी का झंडा हो सकता है।”
This is a Sikh shrine. Every religious place has its own decorum…We welcome everyone…We apologise if an official misbehaved…The flag on her face was not our national flag as it didn't have Ashoka Chakra. It could have been a political flag: Gurcharan Singh Grewal, General… pic.twitter.com/Ivq0lWTto4
— ANI (@ANI) April 17, 2023
वायरल वीडियो पर एक यूजर ने लिखा, “एक नहीं कई खालिस्तानी छुपे बैठे हैं यहाँ…।”
Ek nahi kai khalisthani chupa baithe hai hain yahan….
— SketchHyena (@Koolpro4) April 16, 2023
विनीत कुमार सिंह ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव गुरचरण सिंह ग्रेवाल के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए लिखा, “यह झूठ बोल रहा है। सेवादार ने कहा था कि पंजाब भारत का हिस्सा नहीं है। इस पर क्या कहना है इस आदमी का? कुछ ही दिन हुए हैं, जब अफगानिस्तान में इन पर जुल्म हो रहा था, तब इन्हें भारत याद आ रहा था। अच्छी बात है कि सिखों में इन जैसे मूर्ख कम ही हैं।”
उन्होंने इसके बाद एक और ट्वीट किया कि खालिस्तानी झंडे, जिन पर भिंडरावाले की तस्वीर लगी हुई है, उन्हें अंदर ले जाने की इजाजत है, लेकिन चेहरे पर तिरंगे का टैटू बनाने वालों को अंदर नहीं जाने दिया जाएगा। किसको बेवकूफ बना रहा है यह आदमी? असल बात है कि इनकी जहनियत सड़ चुकी है। इन सबके दिमाग में भूसा भर गया है।
यह झूठ बोल रहा है। सेवादार ने कहा था कि पंजाब भारत का हिस्सा नहीं है, इस पर क्या कहना है इस आदमी का? कुछ ही दिन हुए जब अफगानिस्तान में इन पर जुल्म हो रहा था, तब इन्हें भारत याद आ रहा था। अच्छी बात है कि सिखों में इन जैसे मूर्ख कम ही हैं।
— Vineet Kumar Singh (@JournoVineet) April 17, 2023
खालिस्तानी झंडे, जिन पर भिंडरावाले की तस्वीर लगी हुई है, उन्हें अंदर ले जाने की इजाजत है, लेकिन मुंह पर तिरंगे टैटू लगाने वालों को अंदर नहीं जाने दिया जाएगा। किसको बेवकूफ बना रहा है यह आदमी? असल बात है कि इनकी जहनियत सड़ चुकी है। इन सबके दिमाग में भूसा भर गया है। pic.twitter.com/U0ykj1uewn
— Vineet Kumar Singh (@JournoVineet) April 17, 2023
आलोक प्रधान ने इस वीडियो पर सवाल उठाते हुए कहा, “2021 में स्वर्ण मंदिर परिसर के अंदर खालिस्तानी झंडे का स्वागत किया गया, क्यों? स्वर्ण मंदिर प्रशासन को स्पष्ट करना होगा कि आप लोग भारतीय हैं या खालिस्तानी?”
In 2021 Khalistani flag was welcomed by authorities inside the Golden Temple premises, why?
— Aalok Pradhan (@Aalok_Pradhan) April 17, 2023
Golden Temple administrations must clarify, are you guys INDIAN or Khalistani? pic.twitter.com/khqWEm3paj
अभिनव खरे नाम के यूजर लिखते हैं कि ये लोग हमारी राष्ट्रीय अखंडता के लिए खतरा हैं। इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है।
These guys are a threat to our national integrity. They need strict and decisive actions.
— Abhinav Khare (@iabhinavKhare) April 17, 2023