पाकिस्तान में रस्साकशी जारी है। एक तरफ पूर्व क्रिकेटर एवं प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) और सुप्रीम कोर्ट है तो दूसरी तरफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार और सेना है। इमरान खान ने दावा किया था कि शहबाज शरीफ ने सेना के इशारे पर उनके खिलाफ 145 मामलेे दर्ज किए हैं। इस्लामाबाद हाईकोर्ट (IHC) ने इमरान खान को सभी मामलों में 31 मई 2023 तक गिरफ्तारी से राहत दी है।
वहीं, हाईकोर्ट ने PTI के मलीका बुखारी और अली मुहम्मद खान की रिहाई का आदेश दिया है। बता दें कि पिछले हफ्ते IHC की बेंच ने अल-कादिर ट्रस्ट मामले में इमरान की जमानत याचिका को दो सप्ताह के लिए स्वीकार कर लिया था। इसके एक दिन पहले पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने मामले में इमरान की गिरफ्तारी को अवैध और गैरकानूनी बताया था।
वहीं, कई पत्रकारों ने न्यायमूर्ति मियांगुल हसन औरंगज़ेब द्वारा की गई सुनवाई का बहिष्कार किया। पत्रकारों का यह फैसला औरंगजेब के उस फैसले के बाद लिया गया, जिसमें उन्होंने अदालत में सुनवाई के दौरान पाँच पत्रकारों तक ही उपस्थित रहने का आदेश दिया था।
उधर, पंजाब की अंतरिम सरकार ने इमरान खान के लाहौर स्थित आवास जमान पार्क में छिपे 30-40 आतंकवादियों को सौंपने के लिए इमरान खान को कहा है। पंजाब सरकार के सूचना मंत्री ने कहा कि अगर इमरान इन आतंकियों को नहीं सौंपते हैं तो कानून अपना काम करेगा। पुलिस ने पूरे इलाके को घेर रखा है।
मंत्री ने कहा कि इमरान खान ने गिरफ्तारी से पहले हमले की योजना बनाई थी। 9 मई को गिरफ्तारी के दौरान निर्धारित योजना के तहत हिंसक प्रदर्शन किया गया और सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले किए गए। इस दौरान सरकार ने रक्तपात से बचने के लिए पुलिस को हथियारों के इस्तेमाल से रोक दिया था। उन्होंने कहा कि इमरान खान देश के खिलाफ काम कर रहे हैं और आतंकियों को अपने यहाँ छिपाकर रखा है।
उन्होंने कहा कि सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला करने वालों पर सैन्य अदालतों में मुकदमा चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हिंसा में शामिल लोगों की पहचान कर ली गई है। सूचना मंत्री ने चेतावनी देने वाले लहजे में कहा, “सरकार के आदेश को चुनौती देने वालों को इस तरह दौड़ाया जाएगा कि वे ओलंपिक में भाग ले सकें।” इसके बाद इमरान खान ने कहा कि इसको लेकर गुरुवार (18 मई 2023) को नई योजना की घोषणा की जाएगी।
बतातेे चलें कि 9 मई 2023 को पाकिस्तान की नेशनल अकाउंटिबिलिटी ब्यूरो ने इमरान खान को इस्लामाबाद हाईकोर्ट से गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद PTI के समर्थकों ने देश भर में हंगामा किया था। कई जगहों पर सैन्य प्रतिष्ठानों को भी नुकसान पहुँचाया गया और सेना के अधिकारियों को कुछ समय के लिए बंधक बनाने की स्थिति हो गई थी।