Sunday, September 8, 2024
Homeदेश-समाजसमोसे में गोमांस भर कर ग्राहकों को खिलाता था इस्माइल युसूफ, नदी किनारे काटी...

समोसे में गोमांस भर कर ग्राहकों को खिलाता था इस्माइल युसूफ, नदी किनारे काटी जाती थी गायें: गुजरात पुलिस ने दबोचा

पुलिस को जानकारी मिली कि गोमांस बेचने वाला आरोपित मोसली चार रास्ते से गुजरने वाला है। पुलिस ने पहले से ही जाल बिछा लिया।

गुजरात के सूरत में गौ हत्या और बीफ बेचने के आरोप में दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। ‘दिव्य भास्कर’ की रिपोर्ट के मुताबिक माँगरोल पंचायत के कोसाडी गाँव में जलपान की दुकान चलाने वाला इस्माइल युसूफ समोसे में गोमांस भरकर बेचा करता है। जलपान की दुकान पर प्रतिबंधित मांस बेचने की सूचना पाकर पुलिस सक्रिय हो गई।

पुलिस को जानकारी मिली कि गोमांस बेचने वाला आरोपित मोसली चार रास्ते से गुजरने वाला है। पुलिस ने पहले से ही जाल बिछा लिया। पुलिस की टीम ने चार रास्ते से गुजर रही एक संदिग्ध रिक्शे को रोका और तलाशी लेनी शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस ने रिक्शे पर से 2 किलो समोसा जब्त कर लिया और आरोपित इस्माइल युसूफ को गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तारी के बाद पुलिस पूछताछ में उसने कबूला कि गोमांस युक्त समोसा बनाने के लिए वह सुलेमान उर्फ सुल्लू सलीम भीखू और नगीन वसावा उर्फ साइमन वसावा से गोमांस खरीदता है। इस्माइल ने बताया कि सुलेमान और साइमन कोसाडी गाँव के नदी तट पर गायों को काटते हैं। पुलिस ने जब्त किए गए समोसे के परीक्षण के लिए सूरत स्थित रीजनल जस्टिस असिस्टेंट साइंस स्कूल भेजा गया।

एफएसएल अधिकारी द्वारा जारी प्रमाण पत्र में जब्त किए गए समोसे में गोमांस पाए जाने की पुष्टि हो गई। इसके बाद गुजरात पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -