उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले में एक मदरसा संचालक द्वारा जाँच करने पहुँचे अधिकारी को धमकाने का मामला सामने आया है। यह धमकी मदरसा जलालुल उलूम, महदेइया के प्रबंधक सुल्तान अहमद द्वारा बस्ती मंडल के अल्पसंख्यक कल्याण उपनिदेशक विजय प्रताप यादव को दी गई है। पीड़ित अधिकारी ने 18 जून 2023 (रविवार) को आरोपित सुल्तान अहमद के खिलाफ FIR दर्ज करवाई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह मामला सिद्धार्थनगर जिले के थानाक्षेत्र सिद्धार्थनगर का है। यहाँ सुल्तान अहमद मिनी आईटीआई मदरसा जलालुल उलुम महदेइया का संचालन करते हैं। 14 जून 2023 को बस्ती मंडल के अल्पसंख्यक कल्याण उपनिदेशक विजय प्रताप यादव इसी मदरसे का निरीक्षण करने पहुँचे थे। इस निरीक्षण में अधिकारी ने तमाम कमियाँ मिलने का दावा किया।
बताया गया कि मदरसे में नियुक्त 3 में से 1 कर्मचारी बिना किसी अनुमित के गैर हाजिर था। इसी के साथ 3 टीचरों में से 2 मौके पर नहीं मिले। उन दोनों की भी अनुपस्थिति की कोई लिखित सूचना नहीं पाई गई।
अल्पसंख्यक कल्याण उपनिदेशक ने बताया कि मदरसे में साफ-सफाई की हालात बेहद खराब थी। परिसर में फैली गंदगी को उन्होंने खुद झाड़ू से साफ किया। इस निरीक्षण में उपनिदेशक विजय प्रताप यादव के साथ जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी तन्मय पांडेय भी मौजूद थे। इन तमाम खामियों को देखते हुए तन्मय पांडेय ने मदरसा संचालक को नोटिस जारी करते हुए 17 जून 2023 तक जवाब माँगा।
आरोप है कि लिखित जवाब देने के बजाय अंतिम दिन 17 जून को मदरसा संचालक सुल्तान अहमद ने फोन कर के उपनिदेशक विजय प्रताप यादव को फोन कर के अंजाम भुगतने की धमकी दी। इस दौरान सुल्तान ने कहा, “मेरा ही मदरसा मिला था चेक करने को ?”
इस मामले में सिद्धार्थनगर पुलिस ने FIR दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी है। वहीं खुद पर लगे आरोपों के बाद मदरसा संचालक सुल्तान ने सारा दोष अधिकारियों पर थोपने का प्रयास किया। उन्होंने उपनिदेशक विजय प्रताप पर बिना अनुमति मदरसे की छात्राओं का वीडियो वायरल करने का आरोप लगाया।
परिसर में फैली गंदगी को तेज हवा से गिरी पत्तियाँ बताते हुए सुलतान का कहना है कि वो भी अधिकारी विजय प्रताप यादव के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाएँगे। फिलहाल पुलिस मामले की जाँच कर रही है।